इंडियन इकोनॉमी पर स्थिति आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही ट्रैक पर है और भारत वैश्विक विकास में 15 फीसदी योगदान कर रहा है।
यूपीआई से जुड़े ऐलान यूपीआई के माध्यम से ऑफलाइन पेमेंट होगा और यूपीआई लाइट की लेन-देन की सीमा 200 से 500 रुपये तक बढ़ाई जाएगी।
2000 रुपये के नोट पर नजर रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर किया और इससे सरप्लस लिक्विडिटी में वृद्धि हुई।
विकास और अर्थव्यवस्था की उम्मीद वित्त वर्ष 23-24 में GDP ग्रोथ 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है, जिसमें पहली तिमाही में 8 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.7 फीसदी रह सकती है।
महत्वपूर्ण जानकारियां:
- रेपो रेट: 6.5 फीसदी
- भारतीय अर्थव्यवस्था: वैश्विक विकास में 15% योगदान
- UPI लाइट की लेन-देन सीमा: 500 रुपये
- 2000 रुपये के नोट: 88% वापस आ चुके हैं
- वित्त वर्ष 23-24 की GDP ग्रोथ: 6.5 फीसदी
- वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रियल GDP ग्रोथ: 8 फीसदी
बता दें कि RBI की ओर से बीते सप्ताह देश के तमाम बैंकों में वापस आए 2000 रुपये के नोटों का आंकड़ा जारी किया था. इसमें बताया गया था कि 31 जुलाई 2023 तक मार्केट में मौजूद 2000 रुपये के करीब 88 फीसदी नोट वापस आ चुके हैं. इनकी कुल वैल्यू लगभग 3.14 लाख करोड़ रुपये है. केंद्रीय बैंक ने 19 मई को देश के सबसे बड़े इस करेंसी नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने की घोषणा की थी और इन्हें बैंकों में वापस लौटाने के लिए लोगों को 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया है.