भारत की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल ने अपने किराना स्टोर्स में गैर-खाद्य और सामान्य वस्तुओं के लिए 50% तक ज्यादा जगह देने का फैसला किया है। इसका मकसद मुनाफे को बढ़ाना है और जियोमार्ट प्लेटफार्म के जरिए ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचना है। जियोमार्ट के जरिए रिलायंस अपने स्मार्ट और स्मार्ट बाजार स्टोर्स को ऑनलाइन जोड़कर ग्राहकों को ज्यादा विकल्प उपलब्ध करवा रहा है।
गैर-खाद्य सामान पर जोर
रिलायंस रिटेल अब अपने स्टोर्स में गैर-खाद्य और सामान्य वस्तुओं के लिए ज्यादा जगह देगा। इसका कारण यह है कि इन वस्तुओं पर अन्य सामानों जैसे राशन या कपड़ों के मुकाबले ज्यादा मुनाफा मिलता है। ज्यादा जगह से रिलायंस रिटेल को अपने प्रोडक्ट्स की वैरायटी बढ़ाने और ग्राहकों की सभी जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी।
मुनाफा बढ़ाने पर फोकस
रिलायंस रिटेल ने जून की तिमाही में अपने मुनाफे (EBITDA मार्जिन) में सुधार देखा है। इसका EBITDA मार्जिन 8.2% था, जो पिछले साल से थोड़ा ज्यादा है। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में यह 8.5% था, जो पिछले साल से बेहतर है।
जियोमार्ट के जरिए तेजी से सामान पहुंचाने की योजना
रिलायंस रिटेल अपने जियोमार्ट प्लेटफार्म के जरिए जल्दी से जल्दी सामान पहुंचाने की सुविधा बढ़ा रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि अगले 3-4 सालों में अपने व्यापार को दोगुना कर लिया जाए और इसीलिए वह प्रीमियम सामान बेचने पर भी ध्यान दे रही है।
ज्वेलरी और फैशन आइटम्स में एंट्री
रिलायंस रिटेल ने ऐलान किया है कि वह जल्द ही लग्जरी ज्वेलरी (महंगी आभूषण) के बाजार में भी उतरेगी। इसके अलावा, कंपनी फैशन ज्वेलरी और अन्य एक्सेसरीज़ के बाजार में भी एंट्री करने की तैयारी कर रही है।
रिलायंस रिटेल का विस्तार
30 जून 2024 तक रिलायंस रिटेल के पूरे भारत में 18,918 स्टोर्स थे। कंपनी ने पिछले साल 1,840 नए स्टोर्स खोले और दुनिया के सबसे ज्यादा स्टोर्स रखने वाली कंपनियों में से एक बन गई है।
वित्तीय वर्ष 2024 में रिलायंस रिटेल की कुल आय ₹3.06 लाख करोड़ (करीब 36.8 बिलियन डॉलर) थी और इसके स्टोर्स पर 1.25 अरब से ज्यादा लेनदेन हुए।