विश्व भर में बैंकिंग संकट ने काफी बड़े स्तर पर शेयर कारोबार को प्रभावित किया है। वैश्विक स्तर पर आए बैंकिंग संकट ने भारतीय शेयर बाजारों को भी अछूता नहीं छोड़ा है। अमेरिका के सिग्नेचर बैंक के फेल होने के बाद विश्व भर में सारे सरकारों ने अपने बैंकिंग प्रणाली को दोबारा से देखना शुरू किया है।
भारतीय बैंकों के ऊपर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का चालू हो चुका है नया देखरेख।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर श्री दास ने भारतीय बैंकों को बैंकिंग संकट से दूर रखने के लिए नए कदम उठाए हैं। आरबीआई ने साफ-साफ कहा है कि वह भारतीय बैंकों के बिजनेस को भी मॉनिटर करेगा ताकि बैंक के रिस्क को एनालाइज किया जा सके। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बैंकों के ऊपर डूबने का खतरा कम हो।
फर्स्ट बैंक हुआ जप्त।
अमेरिका से शुरू हुए बैंकिंग संकट में एक और बैंक अब जप्त हो गया है। अमेरिकी संकटग्रस्त फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को अब जप्त कर लिया गया है । फेडरल डिपाजिट इंश्योरेंस ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि जेपी मॉर्गन चेज बैंक ने रिपब्लिक बैंक को खरीद लिया है।
क्या होगा फर्स्ट बैंक में रखे हुए ग्राहकों का पैसा।
जेपी मॉर्गन चेज बैंक ने इस बैंक को खरीदने के साथ ही बैंक के सभी जमा और संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया है। ग्राहकों के पैसे अब जेपी मॉर्गन चेज बैंक के अंतर्गत आएंगे और जल्द ही इसके ऊपर सारे ट्रांजैक्शन प्रक्रिया है जेपी मॉर्गन चेज बैंक के अंतर्गत शुरू हो जाएंगे।