भारत सरकार ने गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया, यूएई बाजार में कीमतों में उछाल की आशंका
भारत सरकार ने घरेलू मांग को देखते हुए गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे वैश्विक बाजार में चावल की कीमतें तेजी से ऊपर जाने की आशंका बढ़ गई है। यह निर्यात प्रतिबंध भारत के सर्वोच्च चावल आपूर्तिकर्ता यूएई को भी प्रभावित करेगा।
यूएई के व्यापारी अब अन्य विकल्पों की तलाश में हैं, ताकि चावल की कीमतों को बढ़ने से रोका जा सके। यूएई के अंग्रेजी अखबारों के सूत्रों के अनुसार, अब तक यूएई में भारत के चावल पर लगे प्रतिबंध का खुदरा चावल की कीमतों पर सीमित प्रभाव पड़ा है।
भारतीय खाद्यान्नों के आयातकों के लिए निर्यात प्रतिबंध की चिंता
भारत के खाद्यान्न उत्पादों को वैश्विक बाजार में एक प्रमुख स्थान प्राप्त है। यूएई में चावल की कीमतों में तेजी से उछाल आने के कारण, यूएई के व्यापारियों को यह चिंता है कि उन्हें भारत से पर्याप्त चावल की आपूर्ति नहीं मिल पाएगी। यह प्रतिबंध चावल की कीमतों में अस्थिरता ला सकता है, जिससे यूएई में व्यापारियों और खाद्यान्न आयातकों को इस समय भारत के विकल्पों की तलाश करनी पड़ेगी।