चावल की कीमतों में उछाल: 12 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंचे दाम
भारत सरकार की नई पाबंदियों का असर
चावल के दाम ने भारत समेत पूरी दुनिया में उछाल देखा है। भारत सरकार के नवीनतम पाबंदियों के बाद, ग्लोबल मार्केट में चावल के दाम 12 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचे हैं।
एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई
सरकार ने हाल ही में उबले हुए चावल के एक्सपोर्ट पर 20% एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई है। इसके कारण, चावल के दाम और भी बढ़ सकते हैं।
नॉन-बासमती चावल पर प्रतिबंध
20 जुलाई को भारत सरकार ने नॉन-बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगा दी थी। इससे राइस शिपमेंट का कॉस्ट 80% तक बढ़ गया है।
भारत का ग्लोबल शेयर
भारत दुनिया में 4 मिलियन टन बासमती चावल का 40% हिस्सा निर्यात करता है। मुख्य निर्यात क्षेत्र इरान, इराक, सउदी अरब, यूएई, और अमेरिका हैं।
अन्य देशों के कदम
म्यांमार और थाईलैंड जैसे देश भी चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रहे हैं। थाईलैंड ने अपने किसानों को पानी बचाने के लिए चावल की खेती कम करने की सलाह दी है।
महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information Table)
पैरामीटर | जानकारी |
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वर्तमान चावल की कीमत | 12 साल का उच्चतम स्तर |
एक्सपोर्ट ड्यूटी | 20% |
भारत का ग्लोबल शेयर | 40% बासमती चावल |
बासमती चावल एक्सपोर्ट 2022-23 | 45.6 लाख टन, 4.8 अरब डॉलर |
नॉन-बासमती चावल एक्सपोर्ट 2022-23 | 177.9 लाख टन, 6.36 अरब डॉलर |
चावल प्रोड्यूस 2022-23 | 135.54 मिलियन टन |
चावल प्रोड्यूस 2021-22 | 129.47 मिलियन टन |
इस समय में चावल के दाम में आये बदलाव ने न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का माहौल बना दिया है। सरकार को इस पर सोचना होगा कि कैसे इसे नियंत्रित किया जा सके।