Rupee-Dollar Update: डॉलर के आगे रुपया पस्त, कमजोर रुपये के चलते महंगाई कर सकती है त्योहारों का मजा फीका
रुपया-डॉलर विमानशण: क्यों हुआ रुपया कमजोर?
6 सितंबर, 2023 को रुपया 83.09 तक लुढ़क गया. पिछले महीने से डॉलर के सामने रुपया कमजोर हो रहा है, जिसका मुख्य कारण डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल के बढ़ते दाम हैं.
भारत में कैसे बढ़ेगी मुसीबत?
भारत में खाद्य महंगाई 11.51% तक पहुंच गई है, और कच्चे तेल के दाम भी 90 डॉलर प्रति बैरल पार हो गए हैं. ऐसे में कमजोर रुपया इन सबको और महंगा बना सकता है.
दाल-एडिबल आयल महंगा होगा
रुपये के कमजोर होने के कारण, भारत में दाल और एडिबल आयल के दाम में उछाल देखने को मिल सकता है.
महंगा होगा कच्चा तेल खरीदना
भारत 80% कच्चे तेल आयात करता है. डॉलर की मजबूती से कच्चा तेल खरीदना महंगा हो सकता है.
सोना भी महंगा होगा
त्योहारी सीजन में, सोने की खरीदारी करने वालों के लिए यह बुरी खबर है क्योंकि रुपये की कमजोरी से सोने का आयात महंगा हो सकता है.
कारें भी महंगी हो सकतीं हैं
ऑटोमोबाइल कंपनियों को पार्ट्स आयात करना पड़ता है. कमजोर रुपये से इन पार्ट्स का आयात महंगा हो सकता है.
महत्वपूर्ण जानकारी (तालिका)
महत्वपूर्ण बिंदु | विवरण |
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रुपया-डॉलर विमानशण | 1 डॉलर = 83.09 रुपये |
कच्चा तेल के दाम | 90 डॉलर प्रति बैरल |
खाद्य महंगाई | 11.51% |
विदेशी मुद्रा भंडार | नीचे जा कर 600 बिलियन डॉलर हो गया है |
आयातित वस्त्र | दाल, एडिबल आयल, कच्चा तेल, सोना |
रुपये की कमजोरी के चलते आरबीआई को भी नए उपाय ढूंढने होंगे. यह समस्या नहीं केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए है, बल्कि आम आदमी के जीवन पर भी सीधा असर डालेगी.