सऊदी अरब प्रवासी कामगारों को अपना अभिन्न हिस्सा मानता है और सऊदी अरब में आप जहां भी नजर दौड़ आएंगे वहां आप प्रवासी कामगारों को जरूर पाएंगे. यह वह लोग हैं जिन्होंने सऊदी अरब को रेगिस्तान से चकाचौंध वाले शहरों का निर्माण किया.
मोहम्मद बिन सलमान बखूबी प्रवासी कामगारों की अहमियत को समझते हैं इसीलिए उन्होंने हमेशा से अपने नए पॉलिसी में प्रवासी कामगारों को वरीयता दिया है उनके सहूलियत को बढ़ाने के लिए उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं जिसमें ऐतिहासिक लेबर रिफॉर्म और पुराने काफला सिस्टम को खत्म करना है.
अब मोहम्मद बिन सलमान ने मेड इन सऊदी का ऐलान किया है. इसके तहत मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब की बनी हुई चीजें सऊदी अरब के अंदर और सऊदी अरब के बाहर भेजना और चलाना है. इसके लिए व्यापक तौर पर सऊदी अरब में कंपनियां खोलने और प्रवासी कामगारों को रिपोर्ट करने की इजाजत दी गई है.
28 मार्च को मोहम्मद बिन सलमान इसका शिलान्यास करेंगे. हालांकि यह शिलान्यास वर्चुअल होगा लेकिन इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि सऊदी करण के लिए भी एक तरफ है जिसमें सऊदी के नागरिकों को वरीयता देना है और हर विभाग में सऊदी के नागरिकों को नौकरी पर रखना है वही एक तरफ इस तरीके के नए पैकेज प्रवासी कामगारों को काफी नौकरियां देने के लिए सक्षम होंगे.
अभी सऊदी अरब कोरोनावायरस महामारी के वजह से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के ऊपर में कई प्रकार के प्रतिबंध लगा रखा है लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि सऊदी अरब अपने बताए गए वक्त पर नई ऊर्जा के साथ प्रवासी कामगारों को अपने देश में तो जगह देगा ही साथ में बेहतर सहूलियत और अवसर भी प्रदान करेगा.