प्रवासी खाड़ी देशों में अपना भविष्य बनाने और रोजी रोटी चलाने की उम्मीद में जाते हैं
भारत सहित कई देशों से प्रवासी खाड़ी देशों में अपना भविष्य बनाने और रोजी रोटी चलाने की उम्मीद में जाते हैं। अभी फिलहाल इस संख्या में और बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। Ministry of Human Resources and Social Development के मुताबिक सऊदी में घरेलू कामगारों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस प्लेटफॉर्म का 14 से अधिक देश इस्तेमाल करते हैं
आपको जकनकारी होगी कि Musaned प्लेटफॉर्म के जरिए घरेलू कामगारों को काम देने में मदद की जाती है। इस प्लेटफॉर्म का 14 से अधिक देश इस्तेमाल करते हैं। वहीं इस लिस्ट में और भी देशों को जोड़ने का काम चल रहा है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए पिछले साल अक्टूबर में 65,000 घरेलू कामगारों से कॉन्ट्रैक्ट किए गए थे जो कि दिसंबर में बढ़कर 76,000 कॉन्ट्रैक्ट हो गए।
बड़ी संख्या में लोग खाड़ी देशों का रुख कर रहे हैं
इस कॉन्ट्रैक्ट में सबसे पहला नंबर बांग्लादेश का है, दूसरे नंबर पर पाकिस्तान है और तीसरे नंबर पर भारत है। Covid के कारण सभी की आर्थिक स्थिति में नकारात्मक बदलाव आया है जिसे ठीक करने के लिए बड़ी संख्या में लोग खाड़ी देशों का रुख कर रहे हैं और यही वजह है कि इनकी संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।