चंद्रयान-3 की सफल लैडिंग ने उन 13 कंपनियों के लिए नई राहें खोल दी हैं जो इस मिशन से सीधे-सीधे जुड़ी थीं। इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण चंद्रयान की सफल लैंडिंग से पहले ही 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका था।
2. चंद्रयान की छूंती हुई उड़ान: चंद्रयान के सफल होने से इन कंपनियों के पूंजीकरण में आई बढ़ोतरी से 34 से ज्यादा चंद्रयान-3 जैसे मिशनों का आयोजन किया जा सकता है।
3. शेयर बाजार में उछाल: चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद इन कंपनियों का स्टॉक्स में 20,727 करोड़ (2.5 अरब डॉलर) का वृद्धि हुई है। ये कंपनियां विभिन्न उद्योगों में काम करती हैं जैसे रॉकेट कम्युनिकेशन, नैविगेशन, इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट, मेटल गियर आदि।
4. शेयरों में उछाल:
- मिश्र धातु निगम: 33.32%
- लिंडे इंडिया: 23%
- सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स: 11%
- एवेंटेल: 12%
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स: 3.5%
- एलएंडटी: 1.47%
- एमटीएआर: 5.14%
- भेल: 11.52%
- गोदरेज एयरोस्पेस: 12.62%
5. एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र की कंपनियों को लाभ: चंद्रयान-3 के सफल होने पर भी कई एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र की कंपनियां इसका लाभ उठा रही हैं। पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक के शेयर में 5.47% की वृद्धि हुई है।
6. भविष्य की उम्मीदें: आने वाले समय में स्पेस ट्यूरिज्म एक बड़ा उद्योग बन सकता है और इससे स्पेस और डिफेंस से जुड़ी कंपनियों को बड़ा लाभ होगा।
इस तरह, चंद्रयान-3 की सफलता ने न केवल भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान में नई उम्मीदें जागृत की हैं बल्कि उद्योग के कई क्षेत्रों में भी नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त किया है।