बिहार के प्रसिद्ध सृजन घोटाला मामले में मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को शुक्रवार को पटना के सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन) के विशेष न्यायालय में पेश किया गया। उसके बाद उसको 21 अगस्त तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आरोपों के बाद विचाराधीन होते हुए उसका गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। बता दें कि सीबीआई ने 10 अगस्त को उसे यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने उसे कोर्ट में पेश किया और दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया गया।
रजनी प्रिया ने दिए कई महत्वपूर्ण नाम
सूत्रों के अनुसार, रजनी प्रिया ने सीबीआई को सृजन घोटाला मामले में बिहार के कई नेताओं और बिल्डर्स के नाम बताए हैं। उन्होंने चार साल से फरार चल रहे व्यवसायियों के नाम भी साझा किए है। सीबीआई के मुताबिक, रजनी प्रिया ने खगड़िया के एक आरोपी हवाला कारोबारी का नाम बताया है। इसके बाद उस पर शिकंजा कसने की उम्मीद की जा रही है।
सृजन घोटाले का अनावश्यक फायदा
सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर की संस्थापक सह सचिव मनोरमा देवी की मौत के बाद संस्था का विरासत संभालने के लिए उनके बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया ने जिम्मेदारी ली थी। सृजन घोटाला मामले में करीब 1000 करोड़ की घोटाले की बात सामने आई है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों का नाम शामिल है।
विशेष ब्यूरो में विचाराधीन
रजनी प्रिया को गिरफ्तारी के बाद जब वह सीबीआई कोर्ट में पेश की गई, तो उसने सृजन घोटाले के अनावश्यक फायदे लेने का आरोप लगाया है। सीबीआई के मुताबिक, उसने घोटाले के नाम पर करोड़ों की मालिकन के मकान पर कई बार इश्तेहार चश्पा किया था और उसकी कई जमीनों को भी जब्त किया गया था। साथ ही, उसने अपने पति अमित और खुद को भगौड़ा घोषित करवाया था।
अमित कुमार की मौत
गुरुवार को जब सीबीआई ने रजनी प्रिया को गिरफ्तार किया तो कहा जा रहा है कि उसने सीबीआई को अपने पति अमित कुमार के मौत की बात बताई. वह सिाहबाबाद के एक फ्लैट में नाम बदलकर रह रही थी. यहां रहने वाले लोगों ने भी जांच एजेंसी को बताया कि चार साल से उसके पति को किसी ने नहीं देखा है.