TAC Infosec Ltd, जो भारत की पहली साइबर सिक्योरिटी कंपनी है और विजय केडिया जैसे बड़े इन्वेस्टर से जुड़ी है, अब ग्लोबल लेवल पर छा रही है। हाल ही में इस कंपनी ने 1,000 से ज्यादा क्लाइंट्स का आंकड़ा पार कर लिया है। सिर्फ अगस्त 2024 में ही इस कंपनी ने 44 देशों से 240 नए क्लाइंट्स जोड़े हैं। यह दिखाता है कि साइबर सुरक्षा के मामले में ये कंपनी कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
TAC Infosec का लक्ष्य क्या है?
TAC Infosec का बड़ा सपना है कि वो दुनिया की सबसे बड़ी वल्नरेबिलिटी मैनेजमेंट (साइबर खतरों का पता लगाने और उन्हें रोकने) कंपनी बने। कंपनी ने मार्च 2025 तक 3,000 और मार्च 2026 तक 10,000 क्लाइंट्स जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इनके बड़े ग्राहकों में WinZip, CloudHQ (यूएस), और KONICA MINOLTA (जापान) जैसी नामी कंपनियां शामिल हैं।
दुनिया भर में पहचान:
TAC Infosec अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। इसके क्लाइंट्स ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, चीन, जापान, सिंगापुर, सऊदी अरब, यूके और यूएस जैसे देशों से जुड़े हैं। कंपनी की ये कामयाबी दिखाती है कि वो अब ग्लोबल लीडर बनने की राह पर है।
कंपनी का बिजनेस मॉडल और सफलता:
2016 में शुरू हुई TAC Infosec, साइबर सुरक्षा से जुड़ी सेवाएं देती है जैसे कि वल्नरेबिलिटी मैनेजमेंट, जोखिम आकलन और साइबर खतरों का विश्लेषण। इसका बिजनेस मॉडल काफी मजबूत है और इसका फायदा निवेशकों को भी मिल रहा है। आज कंपनी का शेयर ₹787 के करीब है और इसका कुल बाजार मूल्य ₹824.74 करोड़ है। पिछले तीन महीनों में इसके शेयर ने 50% का रिटर्न दिया है, और इसके IPO के बाद से अब तक 645% का मल्टीबैगर रिटर्न मिला है।
विजय केडिया की हिस्सेदारी:
TAC Infosec में विजय केडिया की हिस्सेदारी 10.95% है.