गाड़ियां – चाहे वह ट्रक हो या कार, टाटा मोटर्स ने अपनी विशेषता साबित की है। खासतौर पर, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में इसकी बढ़ती लोकप्रियता ने इंडस्ट्री में नए मानक स्थापित किए हैं।
क्या है नया? हाल ही में, टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भारी कटौती की है। इसमें नेक्सॉन और टियागो जैसे मॉडल शामिल हैं, जिनकी कीमतों में लगभग 1.2 लाख रुपए तक की कमी की गई है। इस बड़े प्राइस ड्रॉप के साथ, नेक्सॉन इलेक्ट्रिक वर्जन की शुरुआती कीमत अब 14.5 लाख रुपए से हो रही है।
इलेक्ट्रिक वाहनों में इस बदलाव का महत्व इस कदम से न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद में तेजी आएगी, बल्कि टाटा मोटर्स का इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट भी मजबूत होगा। इस निर्णय के पीछे कंपनी की रणनीति बैटरी की कीमत को घटाकर ग्राहकों को अधिक फायदा पहुंचाने की है।
टाटा मोटर्स का बढ़ता प्रभाव मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से, टाटा मोटर्स अब भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई है, जिसने हाल ही में मारुति सुजुकी को पीछे छोड़ा है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग साल 2023 में, टाटा मोटर्स ने 69,153 इलेक्ट्रिक व्हीकल यूनिट्स की सेल की, जो कि इसके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में इस तेजी के साथ, टाटा मोटर्स का इस सेगमेंट में भरोसा और मजबूत हो रहा है।
आगे की राह टाटा मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर का कहना है कि इस साल इलेक्ट्रिक व्हीकल की सेल 40 से 45 प्रतिशत तक रह सकती है। कंपनी इस फाइनेंशियल ईयर के आखिरी तक 1 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल बेचने का अनुमान लगा रही है।