वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में TDS (Tax Deducted at Source) से जुड़े कई अहम बदलाव किए हैं। खासतौर पर सीनियर सिटीजंस, निवेशकों और कमीशन कमाने वालों को राहत दी गई है। ये नए नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे।
1. सीनियर सिटीजंस के लिए TDS सीमा बढ़ी
➡ पहले: बैंक FD, RD आदि से मिलने वाले ब्याज पर ₹50,000 से ज्यादा होने पर TDS कटता था।
➡ अब: इस सीमा को ₹1,00,000 कर दिया गया है। यानी अगर किसी वरिष्ठ नागरिक की ब्याज आय ₹1 लाख से कम है, तो कोई TDS नहीं कटेगा।
👉 सीनियर सिटीजंस को कितना FD निवेश करना चाहिए ताकि TDS न कटे?
अगर ब्याज दर 7% सालाना मानी जाए, तो लगभग ₹14.28 लाख तक की FD पर ब्याज ₹1 लाख से कम रहेगा और TDS नहीं कटेगा।
2. सामान्य नागरिकों के लिए TDS सीमा
➡ पहले: बैंक FD और RD पर ₹40,000 से ज्यादा ब्याज होने पर TDS कटता था।
➡ अब: इस सीमा को ₹50,000 कर दिया गया है।
👉 यानी, ₹50,000 से कम ब्याज आय होने पर TDS नहीं कटेगा।
3. लॉटरी और घुड़दौड़ जीत पर नया नियम
➡ पहले: अगर पूरे साल में लॉटरी या घुड़दौड़ में कुल ₹10,000 से ज्यादा की जीत हुई, तो TDS कटता था।
➡ अब: सिर्फ एक बार में ₹10,000 से ज्यादा जीतने पर ही TDS कटेगा।
👉 उदाहरण:
- पहले ₹8,000+₹8,000+₹8,000 = ₹24,000 जीतने पर TDS कटता था।
- अब, चूंकि कोई भी जीत ₹10,000 से ज्यादा नहीं है, इसलिए TDS नहीं कटेगा।
4. इंश्योरेंस एजेंट्स और ब्रोकर्स के लिए राहत
➡ पहले: बीमा एजेंट्स को ₹15,000 से ज्यादा कमीशन मिलने पर TDS कटता था।
➡ अब: इस सीमा को ₹20,000 कर दिया गया है।
👉 इससे इंश्योरेंस और ब्रोकरेज से जुड़े लोगों को कैश फ्लो में राहत मिलेगी।
5. शेयर और म्यूचुअल फंड निवेशकों को फायदा
➡ पहले: ₹5,000 से ज्यादा डिविडेंड मिलने पर TDS कटता था।
➡ अब: ₹10,000 तक की डिविडेंड आय पर कोई TDS नहीं कटेगा।
👉 इसका सीधा फायदा शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड निवेशकों को मिलेगा।
क्या होगा इन बदलावों का असर?
✅ सीनियर सिटीजंस को ज्यादा ब्याज कमाने का मौका मिलेगा।
✅ आम नागरिकों को FD पर ज्यादा छूट मिलेगी।
✅ इंश्योरेंस एजेंट्स और ब्रोकर्स को ज्यादा कमीशन मिलेगा।
✅ शेयर और म्यूचुअल फंड निवेशकों को अधिक रिटर्न का लाभ मिलेगा।
➡ नए TDS नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे।
इसलिए अगर आप निवेशक हैं या बैंक ब्याज पर निर्भर हैं, तो इन बदलावों को ध्यान में रखकर अपनी प्लानिंग करें।