संयुक्त अरब अमीरात इस वक्त दो वजह से दुनिया के चर्चाओं में है. पहली तो यह कि दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस के वैक्सीन अपने नागरिकों को उपलब्ध कराने केदार में दुनिया भर में सबसे आगे हैं. वही कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण संयुक्त अरब अमीरात में दोबारा से अपने चरम पर जा रहा है.
संयुक्त अरब अमीरात में दिसंबर 25 से पहले 1000 औसतन कोरोनावायरस के मामले आ रहे थे वही 25 दिसंबर के बाद से यह आंकड़े इतनी तेजी से बढ़े हैं कि अब औसतन तीन हजार के आसपास प्रतिदिन कोरोनावायरस के नए मामले सामने संयुक्त अरब अमीरात में आ रहे हैं.
पहली ग्राफ में आप समझे कि कैसे पहले दिसंबर तक या कहे तो दिसंबर के आखिरी तक कोरोनावायरस के नए मामले महज एक हजार के आंकड़ों के इर्द-गिर्द था लेकिन उसके बाद के आंकड़े काफी चरण की ओर इशारा कर रहे हैं.
हालांकि बेहतर बात यह है कि प्रतिदिन होने वाले देहांत के आंकड़े अब भी काफी सामान्य हैं और इसमें कोई भी खास बढ़ोतरी नहीं है. औसतन 3 से 6 लोगों का देहांत इस वक्त प्रतिदिन संयुक्त अरब अमीरात में हो रहा है और इस आंकड़ों में कई महीनों में कोई बदलाव नहीं आए हैं. हालांकि शुरुआती दिनों में यह आंकड़े काफी ऊपर थे लेकिन संयुक्त अरब अमीरात के अपने तैयारी के बदौलत मौत होने वाले आंखों पर काफी कंट्रोल हो गया है.
यूएई की ब्लैक लिस्टिंग.
संयुक्त अरब अमीरात में बढ़ते कोरोनावायरस के मामले कई देशों के लिए चिंता का सबब बन गए हैं और इसी बीच संयुक्त अरब अमीरात से आने जाने वाले फ्लाइट यात्रियों के ऊपर अतिरिक्त SOP लगाने के लिए कई देश की सरकारों ने हां कह दिया है. सरकारों का मानना है कि संयुक्त अरब अमीरात में बढ़ रहा कोरोनावायरस का संक्रमण नए कोरोनावायरस के सट्रेन को भी बढ़ावा दे सकता है.
जिसमें मुख्य रुप से फिलीपीन ने 17 जनवरी से अर्थात आज से संयुक्त अरब अमीरात से आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य रूप से 14 दिन का क्वॉरेंटाइन घोषित कर दिया है.