UAE INDIA Trade in INR: अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के बीच नई लागू स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली के तहत कच्चे तेल का पहला लेनदेन हुआ।
लेनदेन की जानकारी:
इस लेनदेन में लगभग 1 मिलियन बैरल कच्चे तेल की बिक्री शामिल थी। यह लेनदेन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और भारत के बीच तेल और गैस के मजबूत संबंध को प्रकट करता है।
भारत और यूएई के बीच ऊर्जा संबंध:
यूएई भारत के लिए कच्चे तेल और एलएनजी का मुख्य स्रोत है। पिछले साल, दोनों देशों के बीच 35.10 अरब डॉलर का पेट्रोलियम व्यापार हुआ था।
एलसीएस प्रणाली की स्थापना:
एलसीएस प्रणाली की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ हुई थी। इससे लेनदेन की लागत और समय में कमी होगी।
एलसीएस के फायदे:
इस नई प्रणाली से व्यापारिक लेनदेन में समय और लागत में बचत होगी और स्थानीय मुद्राओं पर अधिक निर्भरता होगी। व्यापारी अब अपनी पसंदीदा मुद्रा में भुगतान कर सकते हैं।
पहला एलसीएस लेनदेन:
जबकि आज का लेनदेन दूसरा बड़ा लेनदेन था, पहला लेनदेन 15 जुलाई को हुआ था जिसमें 25 किलोग्राम सोने की बिक्री शामिल थी।
English Summary:
A significant transaction of crude oil took place between Abu Dhabi National Oil Company (ADNOC) and Indian Oil Corporation Limited (IOCL) under the newly implemented Local Currency Settlement (LCS) system. This transaction involved the sale of approximately 1 million barrels of crude oil. The transaction signifies the strong ties between UAE and India in the oil and gas sector. UAE is a primary source of crude oil and LNG for India. Last year, both countries traded petroleum products worth $35.10 billion. The LCS system was established with the collaboration of Indian Prime Minister Narendra Modi and UAE President Mohammad bin Zayed Al Nahyan, aiming to reduce transaction costs and time. This new system will enhance reliance on local currencies, allowing traders to choose their preferred currency for payment. The first major transaction under LCS took place on 15th July, involving the sale of 25 kilograms of gold.