एक नजर पूरी खबर
- UAE में लगातार बढ़ रहे हैकिंग के मामले
- हैंकिंग पर यूएई के एक बैंक के वकील ने दिया बयान
- आपकी लापरवाही से बैंक खाते से उड़े पैसे तो बैंक नहीं भरेगा हर्जाना
कोरोनाकाल में जारी लॉकडाउन के बीच ज्यादातर कंपनिया वर्क फ्रोम होम की तर्ज पर काम कर रही है। ऐसे में साइबर क्रइम के मामले लगतार बढ़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में बैंक को लेकर होने वाले फर्जीवाड़े के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं।
वहीं इस मामले में कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, बैंक किसी ऐसे ग्राहक को क्षतिपूर्ति या भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं है जो पैसे उसने अपनी किसी गलती या लापरवाही के कारण हैकर्स के जरिए गवाएं हो।
“ऐसे मामलों में जहां बैंक ग्राहक की ओर से लापरवाही साबित होती है। यानी उसके खाते से क्रेडिट / डेबिट कार्ड के जरिए पैसे निकाले जाते है तो ऐसे मुकसान की भरपाई बैंक करने को मजबूर नहीं है।
उन्होंने बताया कि इन दिनों इस तरह के ज्यादातर मामले वट्सअप मैसेज के जरिए हैकर्स द्वारा भेजे गए मैसेज के कारण हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने निवासियों को व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए मिलने वाली नकली ‘कानूनी अधिसूचना’ के बारे में भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि आज कल हैकर्स एक मैसेज के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। जिसमें साफ तौर पर लिखा होता है “क्षमा करें प्रिय ग्राहक, आपका बैंक खाता (एटीएम, डेबिट, क्रेडिट कार्ड) कुछ सुरक्षा कारणों के कारण फ्रीज हो जाएगा। अपने सही विवरणों को जल्द से जल्द जांच ले। अन्यथा, आपका खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा।” इसके साथ वह एस URL या फोन नंबर डाल देते है, जिसके इस्तेमाल के बाद वह लोगों को अपना शिकार बनाते है।GulfHindi.com