सऊदी में उन सभी अवैध प्रवासियों के खिलाफ जांच अभियान शुरू कर दिया गया है। हज की आड़ में सऊदी जाकर begging का काम करने वाले प्रवासियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। अधिकारियों के द्वारा ऐसे कई प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी प्रवासियों को वापस डिपोर्ट किया गया है।
हज पर आने वाले प्रवासी रह जाते थे सऊदी में ही
बताते चले कि हज की एक सीमित अवधि होती है जिससे पूरा होने के बाद तीर्थ यात्रियों को वापस अपने देश की लौट जाना होता है। बड़ी संख्या में प्रवासी हज यात्रा पर सऊदी आते हैं लेकिन वापस अपने देश नहीं लौटते हैं बल्कि सऊदी में रहकर ही भीख मांग कर अपना गुजारा करने लगते हैं। सऊदी में भीख मांगना कानून अपराध है जिसके लिए कड़ी सजा निर्धारित की गई है।
पाकिस्तान के Federal Investigation Agency (FIA) ने इस बात की पुष्टि की है कि करीब 10 लोगों को वापस सऊदी भेजा गया है। यह सारे आरोपी Umrah visas पर सऊदी गए थे लेकिन वहां भीख मांगने का काम शुरू कर दिया था। FIA की चिंता इस बात पर बड़ी है क्योंकि इससे वास्तविक उमराह और हज तीर्थ यात्रियों पर असर पड़ेगा।