डिजिटल पेमेंट्स के क्षेत्र में एक नया कदम बढ़ाते हुए, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने हाल ही में ‘यूपीआई फॉर सेकेंडरी मार्केट’ की लॉन्चिंग की घोषणा की है। यह प्रणाली इक्विटी कैश सेगमेंट के लिए बीटा फेज में है और अगले सप्ताह लॉन्च होने वाली है। इसके लिए प्रमुख हितधारकों जैसे क्लियरिंग कॉरपोरेशन, स्टॉक एक्सचेंज, डिपॉजिटरी, स्टॉकब्रोकर, बैंक और यूपीआई ऐप प्रदाताओं का पॉजिटिव सपोर्ट रहा है।
डॉलर में पेमेंट की सुविधा और ऑटोमैटिक भुगतान की बढ़ी हुई लिमिट
एनपीसीआई और आरबीआई ने UPI के जरिए डॉलर में पेमेंट करने की विशेष तैयारी की है, जो उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी सुविधा होगी। साथ ही, UPI से ऑटोमैटिक भुगतान करने की लिमिट भी बढ़ाई गई है, जो उपभोक्ताओं के लिए एक और सुखद समाचार है।
यूपीआई के जरिए ऑनलाइन पेमेंट में बदलाव
1 जनवरी से यूपीआई के जरिए ऑनलाइन पेमेंट में कुछ बदलाव आने वाले हैं। यूपीआई उपयोगकर्ताओं को इस संदर्भ में कुछ जरूरी कार्य करने की आवश्यकता होगी।
पायलट ग्राहकों के लिए उपलब्धता
एनपीसीआई के अनुसार, शुरू में यह कार्यक्षमता पायलट ग्राहकों के सीमित समूह के लिए उपलब्ध होगी। इस पायलट प्रोजेक्ट के दौरान, निवेशक अपने बैंक खातों में धनराशि को ब्लॉक कर सकेंगे, जिसे सिर्फ निपटान के दौरान व्यापार की पुष्टि होने पर डेबिट किया जाएगा।
बीटा लॉन्च में शामिल होने वाले प्रमुख बैंक और ऐप्स
इस बीटा लॉन्च का लाभ शुरुआत में ग्रो, भीम, ग्रो, यस पे नेक्स्ट जैसे यूपीआई ऐप्स और एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसे ग्राहक उठा सकेंगे। इसके अतिरिक्त, एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी, आईसीआईसीआई बैंक, और यस बैंक क्लियरिंग कॉरपोरेशन और एक्सचेंजों के लिए प्रायोजक बैंकों के रूप में कार्य करेंगे।
सर्टिफिकेशन फेज और आगामी योजनाएं
ज़ेरोधा, एक्सिस बैंक, यस बैंक जैसे स्टॉकब्रोकर और बैंक, तथा पेटीएम और फोनपे जैसे यूपीआई-सक्षम ऐप सर्टिफिकेशन फेज में हैं और जल्द ही बीटा लॉन्च में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही, सेबी द्वारा यूपीआई में सिंगल-ब्लॉक-और-मल्टीपल-डेबिट सुविधा को अनुमोदित किया गया है।