छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में Utkarsh Small Finance Bank के 104 खाताधारकों पर धोखाधड़ी के आरोप में FIR दर्ज की गई है। आरोप है कि ये खाते शेयर ट्रेडिंग, डिजिटल ठगी और साइबर फ्रॉड से प्राप्त पैसों के लेन-देन के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। इन खातों की जानकारी भारत सरकार के समन्वय पोर्टल पर भी दर्ज की गई है।
गृह मंत्रालय से मिली थी जानकारी
- भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने रायपुर की साइबर थाना पुलिस को इन 104 खाताधारकों की पूरी डिटेल भेजी थी।
- बताया गया कि इन खातों का उपयोग ठगी से मिले पैसों को इधर-उधर करने के लिए हो रहा है।
- पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
म्यूल अकाउंट क्या होते हैं?
- म्यूल अकाउंट वे बैंक खाते होते हैं, जिनका इस्तेमाल अपराधी अपने अवैध धन को छुपाने या ट्रांसफर करने के लिए करते हैं।
- अकाउंट होल्डर को ज़्यादातर मामलों में नहीं पता होता कि उनके खाते से अपराध से जुड़े पैसे का लेन-देन हो रहा है।
- अपराधी इन्हें मनी म्यूल की तरह इस्तेमाल करते हैं, जिससे कानून की निगरानी से बचा जा सके।
आगे की कार्रवाई
- सिविल लाइन थाना पुलिस के मुताबिक, इन 104 खातों की जांच जारी है।
- खाताधारकों को लेन-देन की डिटेल के साथ पुलिस थाने बुलाया जा रहा है।
- जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले ने एक बार फिर म्यूल अकाउंट की बढ़ती समस्या को सामने रखा है, जहाँ अनजान खाताधारकों का इस्तेमाल कर साइबर अपराध को अंजाम दिया जाता है। आम लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक खातों का संचालन खुद करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या ऑफर से सावधान रहें।