क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र
भारत में कई लोग वास्तु और ज्योतिष शास्त्र को तरजीह देते हैं तो कई लोग इसे नकार देते हैं। दरअसल अब इन विद्याओं को ज्यादा लोग नहीं मानते हैं लेकिन आचार्यों के मुताबिक इनका जुड़ाव साइंस से भी होता है और इनमें दिए गए नियमों का पालन करके अपने जीवन को आसान बनाया जा सकता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें शाम में नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से दुर्भाग्य, पारेशानी, आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ सकता है।
शाम को घर से बाहर न फेंके कूड़ा
कहा जाता है कि शाम के समय कभी भी अपने घर की साफ सफाई नहीं करनी चाहिए। शाम के समय साफ-सफाई के बाद जो कूड़ा निकलता है उसे फेंकने से घर में दरिद्रता आती है। ऐसा माना जाता है कि कूड़े के साथ घर की सकारात्मक ऊर्जा से बाहर चली जाती है इसीलिए अपने घर की साफ-सफाई हमेशा शाम होने के पहले ही निपटा लेना चाहिए।
शाम में न करें गुस्सा
ऐसा माना जाता है कि शाम के समय धन की देवी लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करती है और इस दौरान मानव को कभी भी गुस्सा नहीं करना चाहिए। शाम तो क्या, जिंदगी के किसी भी क्षण गुस्सा नहीं करना चाहिए इससे हमारे स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचता है।
शाम में पढ़ना नहीं चाहिए
यह बहुत ही अजीब है लेकिन ऐसा माना जाता है कि शाम के समय पड़ने से विद्या का अपमान होता है। इसीलिए बालकों को शाम के समय कुछ देर तक नहीं पढ़ने की अनुमति दे दी जाती है। इस दौरान कोई भी पढ़ने लिखने का काम नहीं करता है। दिन और रात, सुबह कभी भी पढ़ सकते हैं, लेकिन शाम में सावधानी बरतें।
शाम में खाना नहीं खाना चाहिए
मान्यताओं के मुताबिक शाम में खाना खाना वर्जित है। आपको भूख रही है तो शाम से थोड़ी देर पहले आराम से खाना खा सकते हैं लेकिन शाम होते ही हैं खाना खाने से पेट की बीमारियां होने लगती हैं, इसलिए शाम के समय खाने से परहेज करना चाहिए।
पौधों को न करें परेशान
शाम के समय पौधों खासकर तुलसी के पत्ते को तोड़ना नहीं चाहिए और न ही किसी पेड़ पौधों को पानी देना चाहिए। जल देने का सबसे अच्छा समय सुबह है।
शाम में सोना नहीं चाहिए
शाम के समय केवल गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्ति और बुजुर्ग को ही सोने की इजाजत होती है। बाकी स्वस्थ्य लोगों को शाम में नहीं सोना चाहिए इससे आलस्य और बीमारी आती है। शाम के समय थोड़ा घर से बाहर निकले और आसपास के वातावरण का आनंद लें। दिनचर्या से थोड़ा समय निकालकर अगर आप ऐसा करेंगे तो जीवन में नया बदलाव, ऊर्जावान, खुशी और सकारात्मकता महसूस करेंगे।
यह सारी जानकारी वास्तु और ज्योतिष शास्त्र से ली गई है और इसकी प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी GulfHindi.com की नहीं है। धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों में दी गई यह जानकारी लोगों में अच्छे मूल्यों और उनमें सकारात्मकता बढ़ाने का काम अवश्य कर सकती है। वहीं दूसरी ओर इसकी उपयोगिता पाठकों पर निर्भर करती है।