दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन का कायाकल्प ज़ोर-शोर से चल रहा है। नई इमारतों के साथ-साथ प्लेटफॉर्म और सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। यह स्टेशन अब कई पर्यटक रेलगाड़ियों और नियमित ट्रेनों का नया ठिकाना बनने वाला है, जिससे मुसाफ़िरों को भीड़भाड़ से राहत मिलेगी और सफ़र ज़्यादा आरामदेह होगा।
बिजवासन में तैयारियाँ जोरों पर
आईजीआई एयरपोर्ट के पास बिजवासन रेलवे स्टेशन को 2025 तक हाईटेक बनाया जा रहा है। यहाँ पहले से ज़्यादा प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं, ताकि लंबे रूट की ट्रेनों को आसानी से संचालित किया जा सके। भविष्य में गुजरात और राजस्थान जाने वाली कई ट्रेनें भी यहीं से गुज़रेंगी। इससे एयरपोर्ट, बस और मेट्रो स्टेशनों तक कनेक्टिविटी मज़बूत होगी, और यात्रियों को दिल्ली आने-जाने में कम दिक्कतें उठानी पड़ेंगी।
दिल्ली रेलवे स्टेशन हुआ पुराना
उधर, ऐतिहासिक पहचान रखने वाला पुराना दिल्ली रेलवे स्टेशन अभी भी उसी पुरानी शैली में दिखता है। modernization के कई वादे हुए, लेकिन शहर के बीचोबीच मौजूद इस स्टेशन में बड़े बदलाव अब तक नज़र नहीं आए हैं। जहाँ नए स्टेशनों में एस्केलेटर, बड़ी छतें और अत्याधुनिक सुविधाओं का काम तेज़ी से चल रहा है, वहीं पुराना दिल्ली स्टेशन अभी भी भीड़भाड़ और पुरानी व्यवस्थाओं से जूझ रहा है। मुसाफ़िरों को उम्मीद है कि सफदरजंग और बिजवासन की तरक़्क़ी के साथ ही पुराना दिल्ली स्टेशन भी जल्द ही नए रंग-रूप में दिखेगा।
21 साल बाद खुलेगा यमुना का लोहे का पुल
यमुना पर 21 साल से बन रहा लोहे का पुल अब लगभग तैयार है। इस पुल के शुरू होते ही दिल्ली आने-जाने वाले रेलमार्गों में तेज़ी आएगी और ट्रैफ़िक का दबाव कम होगा। अधिक रेलगाड़ियाँ गुज़रने से यात्रियों को वेटिंग लिस्ट और भीड़भाड़ जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली से सीधे कश्मीर तक रेल का सफ़र
भारत सरकार का ऐतिहासिक यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट भी 2025 तक पूरे ज़ोर-शोर से परिचालन के लिए तैयार होने जा रहा है। इसके पूरे होते ही दिल्ली से कश्मीर तक की सीधी रेल सेवा सम्भव होगी। रेल मंत्री ने ऐलान किया है कि आने वाले कुछ महीनों में इसके आख़िरी चरणों का काम भी शुरू हो जाएगा, जिससे यात्री सीधे ट्रेन पकड़कर कश्मीर की हसीन वादियों तक पहुँच सकेंगे।