Vodafone Idea (Vi) का कहना है कि पांचवीं पीढ़ी के मोबाइल नेटवर्क यानी 5G में देर से एंट्री करने का फायदा उसे कम लागत में बेहतर सर्विस देने में मिलेगा। देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Vi ने ये बात बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को सौंपी गई अपनी लेटेस्ट इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में कही है।
Vi ने ये भी बताया कि उसने चार सर्किलों में चार अलग-अलग वेंडर्स के साथ मिलकर अपना 5G मिनिमम रोलआउट ऑब्लिगेशन (MRO) पूरा कर लिया है। Vi का कहना है कि उसके TDD (टाइम डिविजन डुप्लेक्स) रेडियो के 90% 5G के लिए तैयार हैं, वहीं सभी नए बेसबैंड भी 5G को सपोर्ट करने में सक्षम हैं।
इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में Vi ने कहा है, “5G के लिए हमारा लक्ष्य शुरुआती 24 से 30 महीनों में रेवेन्यू का 40% हिस्सा कवर करना है।” कंपनी की एक प्रवक्ता के मुताबिक इसका मतलब है कि Vi उन टॉप 100 शहरों/कस्बों में 5G कवरेज का लक्ष्य रखेगी, जो मौजूदा रेवेन्यू में Vi का 40% योगदान देते हैं।
आदित्य बिड़ला ग्रुप और यूके की वोडाफोन ग्रुप पीएलसी का ये जॉइंट वेंचर अभी तक भारत में 5G सर्विस शुरू करने वाली इकलौती टेलीकॉम कंपनी है। प्रेजेंटेशन के अनुसार, Vi ने वर्चुअलाइज्ड रेडियो एक्सेस नेटवर्क (vRAN) और ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (Open RAN) जैसे नए रोडमैप आर्किटेक्चर तैनात किए हैं, और कई पार्टनर्स के साथ मिलकर Vi AirFiber होम ब्रॉडबैंड सॉल्यूशन को टेस्ट किया है।
टेलीकॉम कंपनी ने अपनी प्रेजेंटेशन में कहा है कि “पूरे भारत में हाई थ्रूपुट वाली बेहतर मोबाइल ब्रॉडबैंड सर्विस, डेटा, वॉयस और एंटरप्राइज सर्विसेज देने के लिए Pan-India 5G NSA capable Core network तैनात किया गया है।”
Vi का कहना है कि उसके पास इतना स्पेक्ट्रम मौजूद है कि वो अपने पूरे 4G सब्सक्राइबर बेस को 5G नेटवर्क पर माइग्रेट कर सकता है।