उत्तर प्रदेश में योगी सरकार श्री राम की नगरी अयोध्या को विकसित करने में लगी है । श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहाहै। जनवरी में रामलला अपने मंदिर में विराजमान भी हो जाएंगे। रामलला अपने मंदिर में विराजमान जब होंगे तो अयोध्या में पर्यटको के भीड़ भी बढ़ेगी। इन सब के चलते अयोध्या की कनेक्टिविटी को भी लगातार अपग्रेड किया जा रहा है।
योगी सरकार श्रीराम की नगरी में अलग अलग पथों के जरिए फोर लेन कनेक्टिवी प्रदान कर रही है। इसमें अब एक नया नाम लक्ष्मण पथ का जुड़ने जा रहा है। डीएम नीतीश कुमार के अनुसार लक्ष्मण पथ गुप्तारघाट से राजघाट तक बनाया जाएगा। ये सभी पथ फोरलेन बनाये जाएगे।
अयोध्या में राम पथ का निर्माण तेजी से हो रहा है, जो नयाघाट से सहादतगंज तक 13 किमी लंबा मार्ग है। इसके बाद जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, धर्मपथ के बादअब लक्ष्मण पथ का निर्माण भी योगी सरकार कराने की तैयारी में जुट गई है। भगवान श्रीराम के छोटे भाई और शेषावतार लक्ष्मण जी के नाम पर बनने वाले इस नयेवैकल्पिक मार्ग निर्माण की भी पूरी कार्ययोजना तैयार है।
एसपी भारती ने बताया कि करीब 12 किलोमीटर लंबा यह पथ उदया हरिश्चंद्र घाट तटबंध के समानांतर प्रस्तावित है। तटबंध की चौड़ाई पहले छह मीटर थी जिसे एक मीटर बढ़ाकर सात मीटर कर दिया गया है। इधर लक्ष्मण पथ की चौड़ाई 18 मीटर तय कि गयी है।शासन से स्वीकृति मिलते ही इस योजना पर काम शुरु कर दिया जाएगा।अधिशासी अभियंता के अनुसार लगभग दो सौ करोड़ की लागत से प्रस्तावित है ।
- अयोध्या की कनेक्टिविटी को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है।
- योगी सरकार द्वारा अयोध्या में फोर लेन कनेक्टिविटी का विकास।
- नया लक्ष्मण पथ गुप्तारघाट से राजघाट तक बनाया जाएगा।
- राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, धर्मपथ के बाद अब लक्ष्मण पथ का निर्माण।
- लक्ष्मण पथ की चौड़ाई 18 मीटर तय की गई है।
- इस पथ की लागत लगभग दो सौ करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
- लक्ष्मण पथ का निर्माण उदया हरिश्चंद्र घाट तटबंध के समानांतर प्रस्तावित।
- तटबंध की चौड़ाई पहले 6 मीटर थी, जिसे बढ़ाकर 7 मीटर किया गया है।
- लक्ष्मण पथ के निर्माण पर शीघ्र ही काम शुरू होने की संभावना।