मुंबई क्राइम ब्रांच को एक बड़े स्तर पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाले रैकेट का पर्दा पास हुआ है जिसमें आरोपियों के द्वारा नकली पैसा और पासपोर्ट प्रदान करके मासूम लोगों के साथ ठगी की जा रही थी। आरोपी इस काम को बड़ी ही शातिर तरीके से अंजाम देते थे। आरोपी अपने एजेंट पहले से ही उन एयरपोर्ट पर तैनात रखते थे जो गलत तरीके से लोगों को एयरपोर्ट से बाहर निकलने में मदद करते थे।
क्राइम ब्रांच के हाथ लगी बड़ी कामयाबी
क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार बड़े स्तर पर इस ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में जानकारी मिली है। इसे एक वेल प्लांड तरीके से पूरा किया जाता था। जब भी किसी कामगार को पोलैंड, तुर्की या यूएई भेजा जाता था तब इनका एक एजेंट पहले से ही वहां मौजूद रहता था। जब पीड़ित उस स्थान पर पहुंचने तभी वह वहां मौजूद रहता।
पीड़ितों को सिक्योरिटी चेक से निकलने और बाकी सारी जगह पर उन्हीं के द्वारा मदद दी जाती थी। सभी यात्रियों को मुंबई एयरपोर्ट से लेकर फाइनल डेस्टिनेशन तक का सपोर्ट प्रदान किया जाता था। इसके लिए बड़ी रकम जो कि 30 से लेकर 40 लाख रुपए तक वसूली जाती थी। इस मामले में भी फिलहाल जांच चल रही है और आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है।