गुरुग्राम में रामप्रस्था प्रमोटर्स एंड डेवलपर्स पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने लगभग ₹80.03 करोड़ की संपत्तियाँ जब्त की हैं। यह कार्रवाई घर खरीदारों के साथ धोखाधड़ी के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है।
ईडी के अनुसार, रामप्रस्था ग्रुप ने 2008 से 2011 के बीच कई प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए थे। इन प्रोजेक्ट्स के लिए उन्होंने हजारों खरीदारों से ₹1,100 करोड़ से ज्यादा की राशि इकट्ठा की, लेकिन समय पर निर्माण पूरा नहीं किया गया।
इससे असर उन सभी घर खरीदारों पर पड़ा है जिन्होंने गुप्त रूप से ये प्रोजेक्ट्स बुक कराए थे। उन्हें अपने वादे के मुताबिक फ़्लैट या प्लॉट अभी तक नहीं मिले हैं, जिससे उनमें निराशा और भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
ईडी की जांच में यह भी पाया गया है कि जो रकम खरीदारों से एकत्र की गई, उसे अन्य कंपनियों में निवेश किया गया। अब ईडी ने कई जब्त संपत्तियों की सूची बनाई है, जिसमें अन्य संबंधित कंपनियों के प्रॉपर्टीज़ भी शामिल हैं।
आगे ईडी इस मामले पर लगातार कार्रवाई कर सकती है, और यह मामला अभी चल रहा है। अभी तक कुल ₹866 करोड़ की संपत्तियाँ जब्त हो चुकी हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में अगला कदम क्या होगा।
- ईडी ने रामप्रस्था प्रमोटर्स की संपत्तियाँ जब्त की हैं।
- लगभग ₹80.03 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।
- घर खरीदारों को अभी तक उनका प्लॉट या फ्लैट नहीं मिला है।
- जब्त संपत्तियों में कई संबंधित कंपनियों की संपत्तियाँ शामिल हैं।
- जांच अभी चल रही है और ईडी आगे की कार्रवाई कर सकती है।





