नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने हाल ही में ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो की संशोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेज दी है। इस परियोजना को हरी झंडी मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस मेट्रो लाइन के बनने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों निवासियों को राहत मिलेगी, जहां यातायात जाम की समस्या आम है।
यूपी कैबिनेट ने पहले ही इस रूट की डीपीआर को स्वीकृति दे दी है, जिसमें प्रस्तावित 11 स्टेशन होंगे। यह मेट्रो रूट लगभग 17 किलोमीटर लंबा होगा और इसकी लागत करीब तीन हजार करोड़ रुपये होगी। वर्तमान में एक्वा लाइन सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक चलती है और यह नयी लाइन इसका एक्सटेंशन होगी।
एनएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि इस नए मेट्रो रूट की शुरुआत से 130 मीटर रोड पर लगने वाले जाम में कमी आएगी। फिलहाल, मंजूरी के बाद निर्माण के लिए टेंडर जारी होगा, और यदि केंद्र सरकार से शीघ्रता से अनुमति मिल जाती है, तो अगले साल के अंत तक निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
इस मेट्रो परियोजना के प्रति स्थानीय लोगों में कई सालों से उत्साह है। नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार की मानें तो मेट्रो सेवा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वालों को यातायात जाम से राहत मिलेगी।
इस रूट पर एक महत्वपूर्ण बदलाव यह होगा कि सेक्टर-61 में एक इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा। यहां पर दिल्ली से आ रही ब्लू लाइन और ग्रेनो वेस्ट जाने वाली एक्वा मेट्रो लाइन के बीच यात्री आसानी से बदलाव कर सकेंगे। इस प्रकार का इंटरचेंज स्टेशन मेट्रो की यात्रा को और भी सुगम बनाएगा।




