पटना, बिहार की राजधानी, हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर के चलते सुर्खियों में है। शहर में धड़ल्ले से नकली सरसों तेल बेचा जा रहा था, जो अपने आप में एक गंभीर मुद्दा है।
शहर के विभिन्न इलाकों में यह नकली तेल ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बेचा जा रहा था। जांच के दौरान पता चला कि इस नकली कारोबार को करीब तीन साल से बिना किसी रोक-टोक के चलाया जा रहा था। ब्रांडेड कंपनियों के अधिकारियों ने जब पटना का दौरा किया, तो उनके समक्ष चौंकाने वाली स्थिति उभर कर आई।
पटनावासियों को इस फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लगी, लेकिन जब स्थिति स्पष्ट हुई, तो अधिकारियों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। इस सूचना के आधार पर पटना पुलिस ने मालसलामी थाना के अंतर्गत मंसूरगंज मंडी में एक बड़े पैमाने पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान पुलिस को कई ब्रांडेड कंपनियों के नकली खाद्य तेल हाथ लगे। इन नकली तेलों को असली बता कर बेचा जा रहा था, जिनमें 15 लीटर, 5 लीटर और 1 लीटर के डिब्बे शामिल थे। आश्चर्य की बात यह है कि ये डिब्बे हूबहू ब्रांडेड कंपनियों के तेल के डिब्बों जैसे दिखते थे।
अडानी कंपनी के अधिकारी टोटन चक्रवर्ती ने इस पूरी कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई। उनके अनुसार, करीब एक करोड़ रुपये का नकली खाद्य तेल बरामद किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
जांच में यह खुलासा हुआ कि यह अवैध कारोबार तीन साल से फलफूल रहा था। पुलिस की छापेमारी में केवल नकली सरसों तेल ही नहीं, बल्कि अन्य ब्रांड के नकली पैकेजिंग मटेरियल भी बरामद किए गए हैं। मालसलामी थाना अध्यक्ष के अनुसार, मामले की आगे की जांच जारी है।