प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से बातचीत की और भारत-क़तर रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों देश के नेताओं ने इस साझेदारी में लगातार हो रही प्रगति पर संतोष जताया, जिसमें व्यापार, निवेश और सुरक्षा सहयोग जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने सभी साझा हितों के क्षेत्रों में सहयोग को और आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों नेताओं ने नज़दीकी संपर्क बनाए रखने और रिश्तों को मज़बूत करने पर सहमति व्यक्त की।
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने दोहा में हमास नेताओं पर इज़राइल के हालिया हमलों पर गहरी चिंता जताई और क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा की। उन्होंने शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए क़तर के प्रयासों का समर्थन किया। मोदी ने गाज़ा संघर्ष में क़तर की मध्यस्थता की भूमिका, युद्धविराम कराने और बंधकों की रिहाई के प्रयासों की भी सराहना की।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा—”क़तर के अमीर शेख तमीम से बात की और दोहा में हुए हमलों पर गहरी चिंता जताई। भारत क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा करता है। हम मुद्दों को संवाद और कूटनीति के ज़रिए सुलझाने, तनाव से बचने और क्षेत्र में शांति व स्थिरता का समर्थन करते हैं। भारत आतंकवाद के हर रूप और स्वरूप के खिलाफ मज़बूती से खड़ा है।”
उन्होंने एक बार फिर कहा कि विवादों को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जाना चाहिए। वहीं, क़तर के अमीर ने इस कठिन समय में भारत की एकजुटता के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया और शांति बनाए रखने में भारत के सहयोग की सराहना की।




