प्रयागराज में शुक्रवार को महाबोधि एक्सप्रेस से एक किशोरी को उतारा गया और उसकी पहचान नवादा (बिहार) की रहने वाली बताई गई है। उसके खिलाफ पकरीबरवां थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी और वह दिल्ली की ओर जा रही ट्रेन पर पकड़ी गई। किशोरी ने दसवीं तक पढ़ाई की है।
जांच में पता चला कि इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती पंजाब की एक युवती से हुई, जिसने उसे एक पाकिस्तानी युवक से जोड़ा। बातचीत गहरी हुई और युवक ने उन्हें हनी ट्रैप कर पहले भरोसा दिलाया और फिर पाकिस्तान बुलाने का झांसा दिया। युवक ने कहा था कि पंजाब के रास्ते उसे सीमा पार करवाया जाएगा और पाकिस्तान में नई जिंदगी बसाई जाएगी।
किशोरी के घर पर फोन पर डांट होने के बाद वह नाराज होकर चली गई; सहेली ने पेटीएम से पैसे भेजकर दिल्ली के टिकट बुक कराए। उसने बुर्का पहनकर घर छोड़ा और महाबोधि एक्सप्रेस में बैठ गई। नवादा पुलिस ने सर्विलांस से उसकी लोकेशन ट्रेस कर प्रयागराज आरपीएफ को सूचना दी; आरपीएफ एसआई विवेक कुमार और टीम ने महिला कांस्टेबल की मदद से ट्रेन में खोजकर उसे ढूंढ निकाला।
पुलिस को देखते ही किशोरी ने फोन काट दिया और अपना इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक कर दिया था; आरपीएफ ने वीडियो कॉल से परिजनों को दिखाकर पहचान कराई और उसे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया। चाइल्ड लाइन की काउंसलिंग में किशोरी ने पाकिस्तानी युवक के साथ भावनात्मक बातचीत की बात बताई। शनिवार को खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की और मोबाइल में पाकिस्तानी नंबर व संदिग्ध चैट मिलीं; डाटा रिकवर कर बैंक खातों और चैट हिस्ट्री की जांच जारी है।
फैसला यह देखना है कि यह निजी फायदा था या कोई बड़ी साजिश; खुफिया एजेंसियां और नवादा पुलिस मिलकर आगे की जांच कर रही हैं। किशोरी को चाइल्ड लाइन ने काउंसलिंग दी और मामले की आगे की कार्रवाई तथा परिवार से समन्वय जारी रखा जा रहा है।
- महाबोधि एक्सप्रेस से प्रयागराज पर नवादा की किशोरी को उतारा गया।
- इंस्टाग्राम पर मिली पंजाब की युवती ने उसे पाकिस्तानी युवक से जोड़ा था।
- युवा को पाकिस्तान बुलाने के लिए हनी ट्रैप और सीमापार का वादा किया गया था।
- आरपीएफ ने ट्रेन में खोजकर किशोरी को चाइल्ड लाइन को सौंपा और परिजन से पहचान करवाई।
- खुफिया एजेंसियां मोबाइल डेटा, चैट और बैंक खातों की जांच कर रही हैं।


