नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। सीआईएसएफ के 1047 जवानों की तैनाती की जाएगी, जिसमें अविवाहित जवानों को एयरपोर्ट परिसर में ही ठहरने की सुविधा मिलेगी, जबकि विवाहित जवानों के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ठहरने की व्यवस्था करेगा। यह निर्णय लखनऊ में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित ज्वाइंट कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक में लिया गया।
एयरपोर्ट का निर्माण और परीक्षण
एयरपोर्ट के पहले चरण में 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर और रनवे का निर्माण किया जा रहा है, जो अगले छह से सात महीनों में पूरा हो जाएगा। रडार सिस्टम और अन्य उपकरणों को स्थापित करने का कार्य निर्माण पूरा होने के बाद ही किया जाएगा, ताकि धूल से उपकरणों को नुकसान न पहुंचे।
ट्रायल रन और उड़ान की तैयारी
एयरपोर्ट पर दिसंबर में ट्रायल रन शुरू होगा, जिसमें विमानों को उड़ाकर रनवे की जांच की जाएगी। कैलिब्रेशन फ्लाइट के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को सितंबर या अक्टूबर तक स्थापित कर दिया जाएगा। इसके बाद एयरलाइंस कंपनियों से समझौता कर उड़ानें शुरू की जाएंगी। इंडिगो ने पहले दिन से 25 फ्लाइट्स और अकासा एयरलाइंस ने 65 फ्लाइट्स शुरू करने की योजना बनाई है।
अन्य सुविधाएं और तैयारियां
- फ्यूल लाइन: 34 किलोमीटर भूमिगत फ्यूल लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
- ग्राउंड हैंडलिंग: बर्ड ग्रुप को ग्राउंड हैंडलिंग सुविधा का जिम्मा सौंपा गया है।
- खानपान और होटल: एयरपोर्ट पर विश्व स्तरीय खानपान की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, 600 से अधिक कमरों वाला पांच सितारा होटल भी बनाया जा रहा है, जिसमें पार्किंग की सुविधा भी होगी।