वैष्णो देवी में आई प्राकृतिक आपदा के बाद रेलवे ने कई ट्रेनों के रूट बदल दिए हैं। मुख्य रूप से भागलपुर‑जम्मूतवी साप्ताहिक अमरनाथ एक्सप्रेस (15097/15098) अब सीधे जम्मूतवी तक नहीं जाएगी और इसकी कुछ सेवाएँ अंबाला कैंट पर समाप्त या वहीं से शुरू होंगी।
इस बदलाव के तहत 15097 (भागलपुर‑जम्मूतवी) की 4, 11, 18 और 25 सितंबर को चलने वाली यात्राएँ अंबाला कैंट पर खत्म होंगी। वहीं 15098 (जम्मूतवी‑भागलपुर) की 2, 9, 16, 23 और 30 सितंबर को चलने वाली ट्रेनें अंबाला कैंट से शुरू होंगी। साथ ही 22317/22318 (सियालदह‑जम्मूतवी हमसफर) का संचालन भी लुधियाना पर आंशिक रूप से सीमित किया गया है।
सामान्य यात्रियों के लिए असर स्पष्ट है: कुछ ट्रेनों के लिए अब अलग स्टेशन पर उतरना या चढ़ना होगा। मालदा‑किऊल इंटरसिटी इस बीच अपने तय समय से दो घंटे देरी से भागलपुर पहुंची — तय आगमन समय 4:30 बजे था, लेकिन ट्रेन शाम 6:30 बजे पहुँची। यात्रियों ने समय पर सूचना न मिलने पर असंतोष जताया।
व्यावहारिक तथ्य यह हैं कि कई ट्रेनों को डायवर्ट या शॉर्ट‑टर्मिनेट किया गया है। मालदा मंडल में यार्ड आधुनिकीकरण और नॉन‑इंटरलॉकिंग कार्यों को देरी का कारण बताया गया है। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए जानकारी जारी की है ताकि लोग वैकल्पिक व्यवस्था कर सकें।
अभी के लिए यात्रियों को यात्रा से पहले यात्रा‑सूची और तारीखें चेक करनी चाहिए और जहाँ जरूरी हो वैकल्पिक योजना बनानी चाहिए। सितंबर में बताए गए विशेष तारीखों पर कुछ ट्रेनें अंबाला कैंट या लुधियाना पर शुरू/समाप्त होंगी, इसलिए समय पर जानकारी देखना जरूरी होगा।
- वैष्णो देवी में आपदा के कारण कई ट्रेनों के रूट बदले गए हैं।
- 15097/15098 अमरनाथ एक्सप्रेस की कुछ यात्राएँ अब अंबाला कैंट पर समाप्त/प्रारंभ होंगी।
- 22317/22318 हमसफर एक्सप्रेस की सेवाएँ भी लुधियाना पर सीमित की गई हैं।
- मालदा‑किऊल इंटरसिटी दो घंटे देरी से भागलपुर पहुँची; यात्रियों ने सूचना न मिलने की शिकायत की।
- यात्रियों को सितंबर की तारीखें और वैकल्पिक व्यवस्था पहले से चेक करने की सलाह दी जा रही है।



