भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र ने हाल ही में एक महत्वाकांक्षी घोषणा की है जिसके अंतर्गत लोकसभा चुनाव से पहले देश में 13 नए एयरपोर्ट्स का निर्माण शुरू होने वाला है। यह खबर भारतीय उड्डयन उद्योग के लिए एक बड़ा कदम मानी जा रही है, जो न केवल देश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करेगी बल्कि आवागमन के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
नए एयरपोर्ट्स का निर्माण:
मई तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा ग्वालियर, पुणे और कोल्हापुर में नए टर्मिनल्स का निर्माण शुरू किया जाएगा, जिनका उद्घाटन फरवरी में संभव है। खासतौर पर, ग्वालियर में भव्य टर्मिनल, जिसका निर्माण 498 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, फरवरी मध्य में उद्घाटित हो सकता है। इस टर्मिनल की क्षमता पीक आवर में 1400 यात्रियों को संभालने की है और इसका उद्देश्य हर साल 20 लाख यात्रियों को सेवाएं प्रदान करना है।
नए टर्मिनल्स की विशेषताएं:
कोल्हापुर में 356 करोड़ और पुणे में 475 करोड़ रुपये की लागत से नए टर्मिनल्स तैयार हैं, जो आधुनिक सुविधाओं और बेहतर यात्री अनुभव के साथ आवागमन की गुणवत्ता को बढ़ाएंगे। इसके अलावा, जम्मू में 856 करोड़ की लागत से एक नया एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जिसका भूमि पूजन इसी माह होने की उम्मीद है।
आगामी परियोजनाएं: मई तक आदमपुर, अंबिकापुर, रीवा और एनटीबी लखनऊ टर्मिनल का निर्माण भी शुरू होने की योजना है। विशेष रूप से, उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद, अलीगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट और आजमगढ़ में 5 नए एयरपोर्ट्स के निर्माण कार्य भी जल्दी ही शुरू होंगे।