भारत से बड़ी संख्या में कामगार काम करने के लिए विदेश जाते हैं। वहां पर पहुंचने के बाद उन्हें अच्छी जॉब भी मिलती है लेकिन कई कामगार वहां फंस भी जाते हैं। उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है और कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से उन्हें काम भी नहीं मिल पाता है। कुछ इसी तरह का मामला फिर से सामने आया है जिसमें उड़ीसा के 40 कामगार मालदीव में फंसे हैं।
6 महीने पहले गए थे मालदीव
इस मामले में यह जानकारी मिली है कि कामगार करीब 6 महीने पहले मालदीव गए थे। वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करने के लिए गए थे लेकिन वहां पर पहुंचने के बाद उनकी हालत खराब हो गई है। क्या बताया गया है कि एक एजेंट के द्वारा इन सभी कामगारों को मालदीव काम के लिए भेजा गया था।
वीडियो शेयर कर मांगी मदद
इन सभी कामगारों के द्वारा वीडियो शेयर कर मदद मांगी गई है। कामगारों का कहना है कि महीनों से काम करने के बावजूद भी उन्हें सैलरी नहीं मिली है। उन्हें बेहद ही खराब कंडीशन में रहने के लिए मजबूर किया गया है। कामगारों को बार बार धमकी दी जाती है कि अगर वह चुप नहीं रहें तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।