इज़राइल हमास युद्ध का भारतीय शेयर बाज़ार पर सीधा प्रभाव
इज़राइल हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर भारतीय शेयर बाज़ार पर भी देखने को मिल रहा है, कल भी शेयर बाज़ार घाटे के साथ बंद हुई, आज भी बाज़ार गिरावट के साथ खुली, इस बीच आज हम आपको एक ऐसे शेयर की बात बता रहे है जिसने लाख रुपये वाले निवेशक को करोड़पति बना दिया है।
बाजार में उतार-चढ़ाव: निवेशकों के लिए संकेत
बाजार की गिरावट पिछले कुछ दिनों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। विशेष रूप से, शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई, जहां सेंसेक्स 0.35% और निफ्टी 0.42% की गिरावट के साथ बंद हुआ।
नाम है नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NCC)
एनसीसी शेयरों का प्रदर्शन हालांकि बाजार में गिरावट के बावजूद, नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NCC) जैसी कंपनियों ने निवेशकों को उम्मीद से ज्यादा रिटर्न दिया है। एनसीसी के शेयरों ने अंतिम एक वर्ष में 116% की मजबूती दिखाई, जबकि अंतिम छह महीनों में 36.56% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
ये है वो बढ़ता ग्राफ
दीर्घकालिक निवेश की कहानी 2001 में, एनसीसी के प्रति शेयर मूल्य मात्र 87 पैसे था, जो वर्तमान में 155 रुपये है। इस दीर्घकालिक अवधि में, कंपनी ने निवेशकों को विशाल मुनाफा दिया है, जहां 20 वर्षों में निवेशकों को 2,744% का रिटर्न मिला है।
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका:
निवेश अवधि | निवेश (रु) | वर्तमान मूल्य (रु) | रिटर्न (%) |
---|---|---|---|
1 साल | 1,00,000 | 2,16,000 | 116 |
6 महीने | 1,00,000 | 1,36,000 | 36.56 |
5 साल | 1,00,000 | 2,31,000 | 131 |
20 साल | 1,00,000 | 28,00,000 | 2,744 |
2001 से | 1,00,000 | करोड़ों | — |
सामान्य प्रश्न:
- बाजार में वर्तमान गिरावट का क्या कारण है?
- बाजार में कई आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय कारकों के कारण उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, जैसे कि ब्याज दरों में बदलाव, विश्वव्यापी अर्थव्यवस्थाओं में परिवर्तन, और घरेलू राजनीतिक स्थितियाँ।
- दीर्घकालिक निवेश से क्या लाभ होते हैं?
- दीर्घकालिक निवेश अक्सर समय के साथ मूल्य वृद्धि के कारण अधिक मुनाफा प्रदान करते हैं, और बाजार के अस्थिरता से निवेशकों की संरक्षा करते हैं।
- क्या हर कंपनी के शेयर दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त होते हैं?
- नहीं, निवेशकों को विभिन्न कंपनियों, उनके वित्तीय स्थिति, और भविष्यवाणी का मूल्यांकन करके ध्यानपूर्वक निवेश करना चाहिए।
अंतिम विचार निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, और अपनी जोखिम सहिष्णुता को मद्देनजर रखकर ही निवेश करना चाहिए। वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं, लेकिन सोच समझकर और जागरूकता के साथ किया गया निवेश ही सफलतापूर्वक निवेश की कुंजी है।