इज़राइल हमास युद्ध के बीच भारत ने दिखाया मानवता
इज़राइल हमास युद्ध के बीच भारत ने मानवता दिखाते हुए मदद का हाथ बढ़ाया है, हलकी हमेशा से ही भारत आतंकी गतिविधियों एवं भावनाओं के ख़िलाफ़ रहा है, युद्ध ने मौजूदा विकराल रूप धारण कर लिया है, अब तक हज़ारो फ़िलिस्तीनी लोग अपनी जान गवा चुके है हज़ारो से अधिक संख्या में घायल हुए है, अस्पतालों में घायलों की सही व्यवस्था हो एवं पर्याप्त संसाधन नहीं होने के वजह से भी लोग जान गवा रहे है। इन समस्याओं को देखते हुए भारत ने एक खूबसूरत कदम उठाया है।
भारत द्वारा फिलिस्तीन को मानवीय सहायता
गाजा पट्टी में हाल के हिंसक संघर्ष के मध्य भारत ने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है, जहां इजराइली हमलों के कारण बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हो गई है।
सहायता की विवरण
भारतीय वायु सेना का C-17 विमान मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे पर 6.5 टन मेडिकल सामग्री और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर पहुंचा है। इसमें दवाएं, सर्जिकल उपकरण, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता किट, और जल शुद्धिकरण टैबलेट्स शामिल हैं।
भारत का इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर स्थान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल और हमास के बीच हिंसा की निंदा की है, और इसे आतंकवादी हमला बताया है। भारत ने इजराइल को 1950 में मान्यता दी थी, लेकिन फिलिस्तीन के मुद्दे पर उसका स्थान संतुलित रहा है।
द्विपक्षीय सहयोग में वृद्धि
मोदी सरकार के कार्यकाल में, भारत और इजराइल के बीच संबंधों में सुधार हुआ है। भारत ने फिलिस्तीन के प्रति अपनी पुरानी सहानुभूति बनाए रखते हुए इजराइल के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया है।
संघर्ष का समाधान
भारत ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान का समर्थन किया है और शांतिपूर्ण समाधान की ओर अग्रसर होने की अपील की है।
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका
सामग्री का प्रकार | मात्रा |
---|---|
मेडिकल सामग्री | 6.5 टन |
आपदा राहत सामग्री | 32 टन |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- भारत ने कितनी मानवीय सहायता भेजी है?
- भारत ने 6.5 टन मेडिकल सामग्री और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी है।
- सहायता सामग्री में क्या शामिल है?
- दवाएं, सर्जिकल उपकरण, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता किट, और जल शुद्धिकरण टैबलेट्स शामिल हैं।
- भारत का इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर क्या रुख है?
- भारत ने दोनों पक्षों के बीच शांतिपूर्ण समाधान की ओर अग्रसर होने की अपील की है।
- मोदी सरकार ने इजराइल के साथ संबंधों में कैसे परिवर्तन किया है?
- मोदी सरकार ने इजराइल के साथ द्विपक्षीय सहयोग में वृद्धि की है, जबकि फिलिस्तीन के प्रति सहानुभूति बनाए रखी है।
- भारत ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए क्या समाधान प्रस्तावित किया है?
- भारत ने दो-राज्य समाधान का समर्थन किया है, जिसमें एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य की स्थापना की बात की गई है।