एक समय रिटेल क्षेत्र के राजा कहे जाने वाले बिग बाजार का नाम आज लगभग गायब हो चुका है। फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने बिग बाजार के माध्यम से रिटेल बाजार में एक अलग पहचान बनाई थी। हालांकि, कर्ज के जाल में फंसकर यह समूह अपनी पहचान खो बैठा।
फ्यूचर एंटरप्राइजेज पर नजर
फ्यूचर एंटरप्राइजेज, जो 21,000 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई है, अब नए खरीदारों की तलाश में है। पहले इसे खरीदने की दौड़ में मुकेश अंबानी का नाम सामने आया था, लेकिन अब जिंदल (इंडिया) भी इस दौड़ में शामिल हो गया है।
अधिग्रहण की स्थिति
अभी तक न तो जिंदल ग्रुप और न ही रिलायंस रिटेल की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा की गई है। दोनों ही कंपनियां इस अधिग्रहण के लिए अपनी-अपनी रणनीति बना रही हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका
पैरामीटर | विवरण |
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कंपनी | फ्यूचर एंटरप्राइजेज |
कर्ज | 21,000 करोड़ रुपये |
प्रतिस्पर्धी | मुकेश अंबानी (रिलायंस रिटेल), जिंदल (इंडिया) |
वर्तमान स्थिति | अधिग्रहण की प्रक्रिया में |
सामान्य प्रश्न
Q: फ्यूचर एंटरप्राइजेज का कर्ज कितना है? A: फ्यूचर एंटरप्राइजेज 21,000 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई है।
Q: फ्यूचर एंटरप्राइजेज को खरीदने के लिए कौन-कौन सी कंपनियां दौड़ में हैं? A: मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल और जिंदल (इंडिया) इस कंपनी को खरीदने की दौड़ में हैं।
Q: फ्यूचर एंटरप्राइजेज के अधिग्रहण की वर्तमान स्थिति क्या है? A: अभी तक इस अधिग्रहण के संबंध में न तो जिंदल ग्रुप और न ही रिलायंस रिटेल की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा की गई है।