सरकार द्वारा पीएलआई 2.0 के तहत 27 कंपनियों को मंजूरी
केंद्र सरकार ने आईटी हार्डवेयर से संबंधित नई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत 27 कंपनियों को उत्पादन की मंजूरी दी है। इस योजना की सफलता मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरिंग पीएलआई के बाद देखी गई है।
घरेलू स्तर पर होगा लैपटॉप और पीसी का उत्पादन
पीएलआई 2.0 के अंतर्गत लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी), टैबलेट, आल-इन-वन पीसी, सर्वर और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर डिवाइस का उत्पादन भारत में किया जाएगा, जिससे ‘मेड-इन-इंडिया’ लैपटॉप और पीसी का उत्पादन बढ़ेगा।
तैयारी में 23 कंपनियां, शेष भी जल्द होंगी तैयार
केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्री, अश्विनी वैष्णव के अनुसार, 27 में से 23 कंपनियां पहले दिन से ही मैन्यूफैक्चरिंग शुरू करने के लिए तैयार हैं और बाकी चार 90 दिनों के भीतर शुरुआत कर देंगी।
निवेश और बड़े ब्रांड्स की भागीदारी
सरकार ने बताया कि इस योजना के तहत सभी कंपनियां मिलकर आईटी हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग पर 3000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। चयनित कंपनियों में डेल, एचपी, फ्लैक्स्ट्रानिक्स, फॉक्सकॉन जैसे नाम शामिल हैं।
भारत: मैन्यूफैक्चरिंग पावरहाउस की ओर अग्रसर
इस योजना के जरिए सरकार ने भारत को हाई-टेक मैन्यूफैक्चरिंग के लिए वैश्विक पावरहाउस के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है।
पीएलआई 2.0: रोजगार सृजन की नई संभावनाएं
इस योजना से लगभग दो लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिसमें 50 हजार प्रत्यक्ष और 1.5 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी: 📈
- योजना: आईटी हार्डवेयर पीएलआई 2.0
- मंजूरी प्राप्त कंपनियां: 27
- तैयार कंपनियां: 23
- निवेश: ₹3,000 करोड़
- प्रमुख ब्रांड्स: डेल, एचपी, फ्लैक्स्ट्रानिक्स, फॉक्सकॉन
- रोजगार सृजन: 2 लाख (50 हजार प्रत्यक्ष, 1.5 लाख अप्रत्यक्ष)
- मुख्य उत्पाद: लैपटॉप, पीसी, टैबलेट, सर्वर
- निर्यात और घरेलू बाजार: संभावित विस्तार