केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए हिट एंड रन कानून के विरोध में चालकों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। मध्य प्रदेश में इस हड़ताल का व्यापक असर देखा गया, जहां पेट्रोल और डीजल की कमी हो गई और दूध व सब्जी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई।
यातायात और आपूर्ति में व्यवधान भोपाल सहित राज्य के अन्य कस्बों में भी हड़ताल का असर नजर आया। सड़कों पर खड़े ट्रकों और थमे हुए बसों के चलते लोगों को यात्रा में कठिनाई हो रही है। ट्रेन से आने वाले यात्रियों को भी टैक्सी और ऑटो की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
नए कानून के प्रति विरोध नए हिट एंड रन कानून के तहत, हादसे के बाद भागने वाले चालकों के खिलाफ 7 लाख रुपये के जुर्माने और 10 साल की सजा का प्रावधान है। इस कानून के खिलाफ हड़ताल में मध्य प्रदेश के चालक और बस संगठन भी शामिल हैं।
पेट्रोल पंप पर बढ़ी मुश्किलें चालकों की हड़ताल के कारण पेट्रोल पंपों पर ईंधन की आपूर्ति रुक गई है, जिसके चलते लंबी कतारें लग गई हैं। प्रशासन ने ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास किए हैं, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रही है।
दूध और सब्जी की आपूर्ति पर असर हड़ताल के चलते दूध और सब्जियों की आपूर्ति में भी बाधा आई है, जिससे इनके दाम में वृद्धि हुई है। इसका असर स्कूलों पर भी पड़ा है, कई स्कूलों ने छुट्टी घोषित की है।
राज्य सरकार का रुख राज्य सरकार के परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने चालकों और उनके संगठनों से बातचीत करने की अपील की है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।