इंडियन रिन्युएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने रविवार (30 जून) को अप्रैल-जून तिमाही के अपडेट्स जारी किए हैं। कंपनी ने पहली तिमाही में ₹9,136 करोड़ के शेयर जारी किए हैं।
लोन डिस्बर्समेंट में बढ़ोतरी
पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी ने ₹1,893 करोड़ के डिस्बर्स्ड लोन जारी किए हैं, जो साल-दर-साल आधार पर 5 गुना ज्यादा है। जून तिमाही में कुल ₹5,320 करोड़ के लोन डिस्बर्स किए गए हैं, जिसमें पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही के ₹3,174 करोड़ के मुकाबले 67.6% की बढ़ोतरी हुई है।
‘महारत्न’ बनने की तैयारी में IREDA
लोनबुक का विस्तार
जून तिमाही के अंत में IREDA का लोनबुक ₹63,150 करोड़ रहा, जो पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में ₹47,207 करोड़ था। इसमें साल-दर-साल आधार पर 33.77% की ग्रोथ देखी गई है। करीब एक महीने पहले ही IREDA ने जानकारी दी कि कंपनी ने कारोबारी साल 2030 तक ‘महारत्न’ का दर्जा हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
2030 तक बड़े लक्ष्य
लोन डिस्बर्समेंट में 5 गुना वृद्धि
कंपनी का लक्ष्य है कि कारोबारी साल 2030 तक सालाना लोन डिस्बर्समेंट 5 गुना बढ़ाकर 1.36 लाख करोड़ रुपए करना है। कारोबारी साल 2024 के अंत तक IREDA का डिस्बर्समेंट 25,089 करोड़ रहा था। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक लोन बुक 3.5 लाख करोड़ रुपए करने का भी है, जोकि कारोबारी साल 2024 में ₹59,650 करोड़ था। इसके लिए कंपनी अगले 6 सालों में 6 गुना ग्रोथ की तैयारी कर रही है।
FPO को लेकर योजना
FPO की योजना और टाइमलाइन
CNBC-TV18 से खास बातचीत में IREDA के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) प्रदीप कुमार दास ने बताया कि कंपनी नवंबर से फरवरी के बीच FPO ला सकती है। FPO के जरिए IREDA ₹4,000 – ₹5,000 करोड़ जुटाने की योजना में है। उन्होंने बताया कि रिन्युएबल प्रोजेक्ट्स की डेट फाइनेंसिंग के लिए कंपनी को 21 – 22 लाख करोड़ रुपए चाहिए होंगे।