नोटबंदी के बाद भारत में डिजिटल पेमेंट्स का उपयोग तेजी से बढ़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 53% लोग ऑनलाइन पेमेंट्स के लिए यूपीआई (Unified Payments Interface) का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी के साथ, 25% लोग ऑफलाइन लेनदेन के लिए भी यूपीआई का उपयोग कर रहे हैं।
यूपीआई खाता जल्द करेगा क्रेडिट कार्ड का काम
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने घोषणा की है कि जल्द ही यूपीआई खाते में क्रेडिट लाइन की सुविधा शुरू की जाएगी। इससे यूपीआई खाते को क्रेडिट कार्ड की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा, जहां बिना बैलेंस के भी पेमेंट किया जा सकेगा।
हर ग्राहक को मिलेगा सिबिल स्कोर के आधार पर क्रेडिट लाइन
NPCI ने बताया कि सिबिल स्कोर के अनुसार हर ग्राहक को क्रेडिट लाइन मिलेगी। इस क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल व्यापारी के पास किया जा सकेगा, और इसके बदले बैंक निश्चित ब्याज वसूलेंगे।
कई बैंकों ने दी सहमति
NPCI ने इस क्रेडिट लाइन सुविधा के लिए आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, पीएनबी, इंडियन बैंक और एक्सिस बैंक जैसे निजी और सरकारी बैंकों से बातचीत की है। सभी बैंकों ने इस सुविधा के लिए सहमति दे दी है।
व्यापारियों को भी होगा फायदा
क्रेडिट लाइन सुविधा का फायदा ग्राहकों के साथ-साथ व्यापारी भी उठा सकेंगे। वर्तमान में क्रेडिट कार्ड से दो हजार रुपये से ऊपर का भुगतान करने पर करीब दो फीसदी का चार्ज देना पड़ता है। लेकिन यूपीआई में क्रेडिट लाइन मिलने के बाद इस तरह की फीस नहीं चुकानी होगी।
क्रेडिट लाइन होगी ओवरड्राफ्ट जैसी
हालांकि, यूपीआई की क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल ओवरड्राफ्ट सुविधा की तरह किया जा सकेगा, जिसमें उपयोग की गई राशि पर ब्याज देना पड़ेगा।
1.2% इंटरचेंज लग सकता है
NPCI ने क्रेडिट जारीकर्ता को 1.2% इंटरचेंज का ऐलान कर सकता है, जिसे व्यापारी बैंक को कमीशन के रूप में देते हैं।
कतर में यूपीआई की तैयारी
NPCI ने कतर के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान QNB के साथ करार कर QR कोड आधारित UPI भुगतान सेवा शुरू करने की तैयारी की है।