आज कल के आम जन जीवन में बहुत आसान है कि किसी भी प्रकार की छोटी मोटी गैस्ट्रिक की समस्या हुई तो लोग अक्सर दवाई की दुकानों पर जाकर छोटी 2 रुपया 5 रुपये या रुपया की गोलियाँ ले लेते हैं तथा कुछ नियमित सीरप के सेवन करके गैस्ट्रिक को ख़त्म करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इन सबका कारगर उपाय मुफ़्त में प्रतिदिन के दिनचर्या में थोड़े बदलाव से संभव है। अगर आपको गैस्ट्रिक समस्याएं होती हैं, तो योग आपकी मदद कर सकता है। यहाँ पाँच ऐसे योगासन हैं जो गैस की समस्या को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इन्हें नियमित रूप से करने से पेट की सेहत में सुधार हो सकता है।
1. पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana – Wind-Relieving Pose)
कैसे करें:
- जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।
- दोनों घुटनों को मोड़ें और अपनी छाती की ओर लाएं।
- अपने हाथों से घुटनों को पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाएं।
- कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और फिर वापस लौटें।
लाभ:
यह आसन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और पेट की गैस को निकालने में मदद करता है।
2. अर्धमत्स्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana – Half Lord of the Fishes Pose)
कैसे करें:
- जमीन पर बैठ जाएं और बाएं पैर को दाहिनी जांघ के नीचे मोड़ें।
- दाहिने पैर को बाएं घुटने के बाहर रखें।
- बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर घुमाएं।
- धीरे-धीरे सिर को दाहिनी ओर घुमाएं और कुछ सेकंड के लिए रुकें।
लाभ:
यह आसन पेट की समस्याओं को दूर करने में सहायक है और पाचन को सुधारता है।
3. भुजंगासन (Bhujangasana – Cobra Pose)
कैसे करें:
- पेट के बल लेट जाएं और हाथों को कंधों के नीचे रखें।
- श्वास लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं और सिर को ऊपर की ओर ले जाएं।
- कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं।
लाभ:
यह आसन पेट के अंगों को मजबूत करता है और गैस्ट्रिक समस्याओं को दूर करता है।
4. सुप्त वज्रासन (Supta Vajrasana – Reclined Thunderbolt Pose)
कैसे करें:
- वज्रासन में बैठ जाएं और धीरे-धीरे पीछे की ओर लेट जाएं।
- सिर और पीठ को जमीन पर रखें और हाथों को जांघों पर रखें।
- इस स्थिति में कुछ समय के लिए रहें और फिर वापस उठें।
लाभ:
यह आसन पाचन तंत्र को सुधारता है और पेट की गैस को निकालने में मदद करता है।
5. उत्तानपादासन (Uttanpadasana – Raised Leg Pose)
कैसे करें:
- पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को शरीर के साथ रखें।
- श्वास लेते हुए दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं।
- कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं।
लाभ:
यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और गैस्ट्रिक समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
इन योगासनों को नियमित रूप से करने से आपको गैस्ट्रिक समस्याओं में राहत मिल सकती है।