देश में बढ़िया क्वालिटी के और सेफ्टी स्टैंडर्ड पर सबसे खराब उतरने वाले मोटर गाड़ियों के बाद अब रतन टाटा की कंपनी देश भर में जबरदस्त क्वालिटी के इलेक्ट्रॉनिक आइटम और वह भी सस्ते दामों पर लाने की तैयारी में है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स असम के जगिरोड में 27,000 करोड़ रुपये की लागत से सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट प्लांट बना रहा है। यह प्लांट 2025 के मध्य तक तैयार हो जाएगा और इससे करीब 27,000 नौकरियां मिलेंगी, जिसमें 15,000 सीधे और 12,000 अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल हैं।
यह प्लांट भारत का पहला स्वदेशी सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट प्लांट होगा। यह ऐसी जगह पर स्थित होगा जहां प्रचुर मात्रा में पानी, हरित ऊर्जा और ताइवान, मलेशिया, वियतनाम और सिंगापुर के सेमीकंडक्टर हब के नजदीक होगा।
इस प्रोजेक्ट में तीन प्रमुख तकनीकों पर फोकस होगा: वायर बॉन्डिंग, फ्लिप चिप और इंटीग्रेटेड सिस्टम पैकेजिंग। इसके साथ ही आगे चलकर उन्नत पैकेजिंग तकनीकों में भी विस्तार करने की योजना है।