हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) को आयकर विभाग से 962.75 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस मिला है, जिसमें 329.33 करोड़ रुपये का ब्याज भी शामिल है। यह जानकारी FMCG कंपनी ने सोमवार को एक्सचेंजों को दी।
टैक्स नोटिस का कारण क्या है?
यह नोटिस HUL द्वारा 3,045 करोड़ रुपये की राशि की रेमिटेंस के लिए टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) न करने से संबंधित है। यह रेमिटेंस इंडिया में हेल्थ फूड ड्रिंक (HFD) के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (IPR) के अधिग्रहण के लिए GlaxoSmithKline (GSK) ग्रुप से की गई थी। यह नोटिस विशेष रूप से Horlicks ब्रांड के भारत में अधिग्रहण से जुड़ा हुआ है, जिसे GSK से 3,045 करोड़ रुपये में खरीदा गया था।
कंपनी का रुख
HUL ने बताया है कि उन्हें इस टैक्स नोटिस से फिलहाल कोई महत्वपूर्ण वित्तीय प्रभाव की उम्मीद नहीं है। कंपनी का कहना है कि उनके पास इस मामले में मजबूत कानूनी आधार है, जो न्यायिक मिसालों पर आधारित है। HUL का मानना है कि इंटेलेक्चुअल संपत्ति का “साइटस” (स्थान) उसके मालिक के स्थान से जुड़ा होता है, और इस प्रकार के इंटेलेक्चुअल संपत्ति की बिक्री से होने वाली आय पर भारत में टैक्स नहीं लगाया जा सकता।