दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो महत्वपूर्ण खंड अक्टूबर 2024 तक खोलने की तैयारी की जा रही है। एक्सप्रेसवे के अक्षरधाम से खजूरी पुश्ता और खेकड़ा तक के हिस्से का लगभग 97% काम पूरा हो चुका है। हालांकि, परियोजना में देरी के कारण इसे अगस्त में नहीं खोला जा सका था, और अब इसे अक्टूबर में खोलने की योजना बनाई जा रही है।
परियोजना की वर्तमान स्थिति
- एक्सप्रेसवे का विस्तार: एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 32 किलोमीटर है, जिसमें दिल्ली के 17 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है, जबकि बाकी 15 किलोमीटर का हिस्सा गाजियाबाद और बागपत की सीमा में आता है।
- विवाद और देरी: परियोजना में देरी का एक मुख्य कारण लोनी क्षेत्र में सर्विस रोड के लिए आवश्यक 50 मीटर की जमीन पर विवाद है। इसके अलावा, दिल्ली के हिस्से में निर्माण कार्य के लिए बड़ी मशीनों और मजदूरों की कमी भी एक महत्वपूर्ण वजह रही है।
- कनेक्टिविटी: एक्सप्रेसवे को बागपत के पास मवीकलां गांव में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिससे दिल्ली से देहरादून के बीच की यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।
आगे की योजना
अक्टूबर 2024 तक इन दोनों खंडों को यातायात के लिए खोलने की योजना है, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और दिल्ली से देहरादून की दूरी और यात्रा समय में कमी आएगी। हालांकि, परियोजना के पूरे होने में पहले ही एक साल की देरी हो चुकी है, इसलिए समय सीमा को ध्यान में रखते हुए तेजी से काम किया जा रहा है।