जरा सोचिए, आपने अपनी नई कार की डिलीवरी ली और सिर्फ 45 मिनट बाद ही वो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह किसी के लिए भी बहुत बड़ा झटका होगा। लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगेगा जब पता चले कि इतनी बड़ी टक्कर के बाद भी आपकी कार के एयरबैग्स नहीं खुले। कुछ ऐसा ही हुआ चंडीगढ़ की डॉक्टर तरुणप्रीत सैनी के साथ।
क्या हुआ था?
डॉ. सैनी ने 30 अक्टूबर 2022 को महिंद्रा XUV300 कार खरीदी थी, जिसकी कीमत करीब 12.97 लाख रुपये थी। 24 नवंबर को जब उन्होंने डिलीवरी ली, तो सेल्स असिस्टेंट के साथ पेट्रोल भराने निकलीं। लेकिन थोड़ी ही देर बाद उनकी कार एक दूसरी कार से टकरा गई और फिर शो रूम की दीवार से जा लगी।
हालांकि, डॉ. सैनी को गंभीर चोटें नहीं आईं, लेकिन उन्हें यह जानकर बड़ा झटका लगा कि उनकी नई कार के एयरबैग्स ही नहीं खुले। उन्होंने तुरंत डीलरशिप से इस बारे में बात की, लेकिन उन्हें बताया गया कि टक्कर मामूली थी, इसलिए एयरबैग्स नहीं खुले।
कोर्ट का आदेश
इस घटना के बाद, डॉ. सैनी ने महिंद्रा के खिलाफ उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराई। जब कोर्ट ने मामले की सुनवाई की, तो निचली उपभोक्ता आयोग ने महिंद्रा को आदेश दिया कि वे डॉ. सैनी को उनकी पूरी रकम वापस करें।
महिंद्रा ने इस फैसले को चंडीगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग में चुनौती दी, लेकिन वहां भी कोर्ट ने निचली अदालत का फैसला सही ठहराया। कोर्ट ने कहा कि इतनी बड़ी टक्कर के बाद भी एयरबैग्स का न खुलना महिंद्रा की बड़ी गलती है।
अंत में क्या हुआ?
अंत में, कोर्ट ने महिंद्रा को 13.32 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया, जिसमें कार की कीमत, मुआवजा और कानूनी खर्च शामिल हैं।