सीरिया में इजरायल के लड़ाकू विमानों ने बुधवार सुबह जमकर बमबारी की। इजरायली लड़ाकू विमानों की आवाज से पूर्वी सीरिया का आसमान घंटों तक गूंजता रहा। लड़ाकू विमानों ने इस दौरान ईरान समर्थित मिलिशिया के ठिकानों और हथियार डिपो को बम गिराकर उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि इजरायली विमानों की इस भीषण बमबारी में मिलिशिया के दर्जनों लड़ाके मारे गए हैं, जबकि बड़ी संख्या में घायल हो गए हैं।
ईरानी मिलिशिया के ठिकानों को किया बर्बाद
हमले की जानकारी रखने वाले अमेरिकी खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अमेरिका से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर हवाई हमले किए गए हैं। गौरतलब है कि सीरिया में हमलों के लिए निशाना चुनने में इजराइल और अमेरिका के बीच सहयोग को बहुत कम सार्वजनिक किया जाता है। अधिकारी ने बताया कि हमले में सीरिया के कई गोदामों को निशाना बनाया गया जिनमें ईरान से आए हथियारों को रखा गया था।
अमेरिकी विदेश मंत्री को थी हमले की जानकारी
राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दे पर बात के दौरान पहचान गुप्त रखने का अनुरोध करते हुए अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को इस हवाई हमले के बारे में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख योसी कोहेन से चर्चा की थी। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना के अनुसार, हमले में इराक की सीमा से सटे डेर अल-जोर, मयादीन और बुकमाल शहरों और आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाया गया।
सीरियन एयर डिफेंस मिसाइलें हुईं फेल
सीरिया के एक सैन्य अधिकारी ने दावा किया कि इस हमले के दौरान उनके देश के एयर डिफेंस प्रणाली ने मिसाइल हमलों का जवाब दिया। हालांकि, इजरायली विमानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इजरायल के सभी जहाज मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद अपने-अपने बेस पर सुरक्षित लौट आए हैं।
मानवाधिकार संगठनों का दावा- 23 लोगों की मौत
ब्रिटेन स्थित संस्थान सीरियन ऑबजर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि सात सीरियाई नागरिकों सहित 23 लोग मारे गए हैं और 28 घायल हुए हैं। हालांकि, उनके इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इजरायल ने अभी अभी तक इस एयरस्ट्राइक को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी है।