भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में वह दौर सबसे मजेदार था जब टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक नहीं दो नहीं तीन नहीं बल्कि लगभग दर्जन भर टेलीकॉम सेवा देने वाली कंपनियां बाजार में थी. सबके पैकेज एक के ऊपर एक थे और असल में अब लोगों के लिए कम पैसे में ज्यादा बेहतर सुविधाओं वाला दौर चालू हो रहा था.
भारत में 1 जनवरी 2025 से दूरसंचार क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं। नए राइट ऑफ वे (RoW) नियम लागू होने से टेलीकॉम कंपनियों को मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर लाइन लगाने में आसानी होगी, जिससे 5G नेटवर्क के विस्तार में तेजी आएगी।
नए नियमों की मुख्य विशेषताएं:
- राइट ऑफ वे (RoW) नियम: इन नियमों के तहत, टेलीकॉम कंपनियों को मोबाइल टावर लगाने के लिए अब कई स्थानों से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी; केवल एक ही स्थान से अनुमति पर्याप्त होगी। इससे टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी आएगी।
- स्पेक्ट्रम आवंटन: सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन अब नीलामी के बजाय प्रशासनिक प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
- उपयोगकर्ता सुरक्षा: फर्जी सिम कार्ड जारी करने पर रोक लगाने के लिए सख्त प्रावधान किए गए हैं। एक पहचान पत्र पर 9 से अधिक सिम कार्ड होने पर 50,000 रुपये का जुर्माना और दूसरी बार गलती करने पर 2 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
- राष्ट्रीय सुरक्षा: सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था या अपराधों की रोकथाम के लिए दूरसंचार सेवाओं का नियंत्रण अपने हाथ में लेने का अधिकार होगा।