विदेश में भारी संख्या में भारतीय कामगार काम करने के लिए जाते हैं। उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि जो वीजा और पासपोर्ट उन्हें एजेंट के द्वारा दिया जा रहा है वह वैध होना चाहिए। कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि विदेश भेजने वाले एजेंट है यात्रियों के साथ फ्रॉड करते हैं। इसी तरह का मामला सामने आया है जिसमें Haryana वाले एक व्यक्ति के साथ ठगी की गई है।

हिसार के Kharar village का रहने वाला है व्यक्ति
बताते चलें कि पीड़ित हिसार के Kharar village का रहने वाला है। जिन 104 लोगों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है यह व्यक्ति उन्हें में से एक है जिसके साथ वर्क वीजा के नाम पर ठगी की गई है। पीड़ित ने बताया कि उसकी बातचीत ट्रैवल एजेंट से जून 2024 में हुई थी और वह उस जाना चाहता था जिसके लिए वर्क वीजा की तलाश कर रहा था।
एजेंट ने उसे US भेजने के लिए Rs 35 lakh की डिमांड की। पहले उसे दुबई भेजा गया जिसके बाद उसे US भेजा गया। वह व्यक्ति दुबई में July 18, 2024 को पहुंच फिर वहीं एक महीने के लिया रखा गया। फिर उससे 30 लाख रुपए लेकर US भेजा गया। पीड़ित को मैक्सिको लेजाकर फिर US में एंट्री कराई गई। लेकिन वहां अधिकारियों ने पकड़ लिया और डिटेंशन सेंटर में डाल दिया जिसके बाद 3 फरवरी को भारत डिपोर्ट कर दिया गया। पीड़ित ने शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।




