Tata Play और Airtel Digital TV के बीच एक बड़ा विलय (merger) होने वाला है। यह विलय शेयर स्वैप (share swap) के जरिए होगा, जिसमें Airtel को 52-55% हिस्सेदारी मिलेगी, जबकि Tata Play और उसके अन्य शेयरधारकों (जैसे Disney) के पास 45-48% हिस्सेदारी होगी।
DTH कारोबार में गिरावट की वजह से हुआ फैसला
- भारत में लोग OTT प्लेटफॉर्म और डिजिटल स्ट्रीमिंग की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे DTH बिजनेस घाटे में जा रहा है।
- DD Free Dish जैसे फ्री DTH प्लेटफॉर्म की वजह से पेड-टीवी (Pay TV) के ग्राहक तेजी से कम हो रहे हैं।
- JioStar (Reliance + Disney का नया मर्जर ब्रांड) भी मीडिया इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला रहा है।
विलय से Airtel को क्या फायदा होगा?
- सबसे बड़ा Pay-TV खिलाड़ी – इस विलय के बाद Airtel का DTH और ब्रॉडबैंड बिजनेस और मजबूत होगा।
- 19 मिलियन नए ग्राहक मिलेंगे – Airtel को Tata Play के 1.9 करोड़ घरों तक पहुंच मिलेगी, जिससे उसका ट्रिपल प्ले बिजनेस (Telecom + Broadband + DTH) और बढ़ेगा।
- OTT और डिजिटल सेवाओं को मजबूती – DTH ऑपरेटर्स अब सिर्फ टीवी चैनल्स नहीं, बल्कि OTT प्लेटफॉर्म्स को भी बंडल (bundle) कर रहे हैं। इससे Airtel को अपने कस्टमर बेस को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

Tata Play की मौजूदा स्थिति
- Tata Sons की 70% हिस्सेदारी – हाल ही में Temasek Holdings की 10% हिस्सेदारी ₹835 करोड़ में खरीदी गई थी, जिससे कंपनी का मूल्यांकन $1 बिलियन हो गया था।
- IPO की योजना रद्द – लगातार हो रहे घाटे के कारण कंपनी का मूल्यांकन घटता जा रहा है।
- DTH सब्सक्राइबर्स घटे – 120 मिलियन से घटकर 84 मिलियन घरों तक रह गया है।
क्या यह सौदा आसान होगा?
हालांकि, इस सौदे में कुछ चुनौतियां भी हैं:
- ₹5,580 करोड़ के लाइसेंस शुल्क विवाद (Airtel Digital TV)
- ₹3,628 करोड़ की बकाया राशि (Tata Play)
- सरकारी नियमों और करों से जुड़े कानूनी मामले
क्या बदलाव आएगा?
✅ Airtel का DTH बिजनेस मजबूत होगा।
✅ Tata Play के टॉप 5 मिलियन DTH ग्राहक ब्रॉडबैंड यूजर्स में बदले जा सकते हैं।
✅ OTT और डिजिटल मीडिया का दबदबा बढ़ेगा, जिससे DTH ऑपरेटरों को नई रणनीति बनानी होगी।





