अगर आपको लगता है कि बाजार में गिरावट के समय लो बीटा स्टॉक्स (कम उतार-चढ़ाव वाले शेयर) सुरक्षित रहते हैं, तो यह खबर आपको चौंका सकती है। हाल ही में ETMarkets के एक विश्लेषण से पता चला है कि इस बार लो बीटा स्टॉक्स भी हाई बीटा स्टॉक्स की तरह ही गिरे हैं और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
- 96% लो बीटा स्टॉक्स और 96% हाई बीटा स्टॉक्स में 10% से ज्यादा गिरावट आई है।
- 13 लो बीटा स्टॉक्स और 13 हाई बीटा स्टॉक्स 50% से ज्यादा टूट चुके हैं।
- BSE500 इंडेक्स भी अपने 52-हफ्ते के उच्चतम स्तर से 17% नीचे आ गया है।
- सेंसेक्स भी 13% या 11,370 अंक गिर चुका है।
सबसे ज्यादा गिरने वाले लो बीटा स्टॉक्स
| शेयर का नाम | बीटा वैल्यू | 52-वीक हाई से गिरावट (%) |
|---|---|---|
| Network 18 Media | 0.83 | -63% |
| Whirlpool of India | 0.62 | -61% |
| Honasa Consumer (Mamaearth) | 0.65 | -59% |
| Tanla Platforms | 0.99 | -56% |
| Relaxo Footwears | 0.36 | -54% |
| Easy Trip Planners | 0.86 | -54% |
| Sonata Software | 0.85 | -53% |

सबसे ज्यादा गिरने वाले हाई बीटा स्टॉक्स
| शेयर का नाम | बीटा वैल्यू | 52-वीक हाई से गिरावट (%) |
|---|---|---|
| SPARC (Sun Pharma Advanced Research) | 1.16 | -73% |
| Sterling and Wilson | 1.24 | -68% |
| Adani Green Energy | 1.69 | -62% |
| Chennai Petroleum | 1.47 | -60% |
| Kirloskar Oil Engines | 1.15 | -59% |
| Jupiter Wagons | 1.57 | -59% |
| Titagarh Railsystems | 1.37 | -59% |
बाजार में गिरावट के कारण
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली – इस साल अब तक विदेशी निवेशकों ने ₹1,10,887 करोड़ के भारतीय शेयर बेच दिए हैं।
- कमजोर तिमाही नतीजे (Q3FY25) – कंपनियों का लाभ सिंगल डिजिट में बढ़ा, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
- GDP ग्रोथ में गिरावट – भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान घटा दिया गया है।
- ‘Buy China, Sell India’ ट्रेंड – विदेशी निवेशक भारत की तुलना में चीन के बाजार में ज्यादा पैसा लगा रहे हैं।
- कम सरकारी खर्च – FY26 के लिए सरकार ने ₹11.2 लाख करोड़ का कैपेक्स बजट रखा है, जो पिछले साल के बराबर ही है।
विशेषज्ञों की राय: अब क्या करें?
- गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करें – Prabhudas Lilladher के सिद्धार्थ वोरा का मानना है कि कम अस्थिरता वाले मजबूत कंपनियों के शेयर खरीदने चाहिए।
- लार्ज-कैप स्टॉक्स बेहतर विकल्प – Jimeet Modi (CEO, Samco Ventures) का कहना है कि कम प्राइस-टू-बुक रेशियो वाले बड़े शेयर बाजार की गिरावट से बेहतर तरीके से बच सकते हैं।
- भविष्य की ग्रोथ पर ध्यान दें – ऐसी कंपनियां जिनकी आने वाले सालों में ग्रोथ की संभावना ज्यादा है, वे लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं।
सिर्फ बीटा वैल्यू देखना काफी नहीं!
अब यह साफ हो चुका है कि बाजार में गिरावट के दौरान सिर्फ बीटा वैल्यू देखकर निवेश करना सही रणनीति नहीं है। इस बार लो बीटा स्टॉक्स भी हाई बीटा स्टॉक्स जितना ही गिरे हैं। इसलिए, निवेशकों को स्टॉक्स की गुणवत्ता, मजबूत फंडामेंटल्स और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए।




